विवाह एक ऐसा बंधन होता है जिसमें एक महिला तथा पुरुष अपने जीवन के सम्पूर्ण सफर को एक अच्छे सहयोगी बनकर एक साथ काटते हैं। कुछ लोग इस संबंध के बारे में मजाकिया लहजे में कहते देखें जाते हैं कि “शादी का लड्डू जो खाये, वह पछताएं और जो न खाएं वह भी पछताएं।” अब ये बात कहां तक सही है वह तो अपनी अपनी मानसिकता है लेकिन हालही में एक ऐसा निकाह संपन्न हुआ जिसमें निकाह के बाद दूल्हा ऐसा पछताया कि वह तलाक लेने कोर्ट में जा पहुंचा। यह मामला जब सोशल मीडिया पर आयातो लोगों ने भी इसको काफी शेयर किया और अपने अपने विचार भी दिए। असल में निकाह के बाद दूल्हे ने देखा कि दुल्हन के चेहरे पर दाढ़ी है तथा उसकी आवाज भी मर्दों की तरह भारी है। इन चीजों को देखते ही दूल्हे का मन बदल गया, पर अब निकाह तो हो ही चुका था सो दूल्हा तलाक लेने अदालत में पहुंच गया।
अदालत ने खारिज की याचिका –
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आपको बता दें कि यह सारा मामला गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है। यहां के अहमदाबाद कोर्ट में एक व्यक्ति ने अपनी नई नवेली दुल्हन से तलाक लेने के लिए याचिका दायर की थी। इस याचिका में व्यक्ति ने इस आधार पर तलाक मांगा था कि उसकी पत्नी के चेहरे पर दाढ़ी है तथा उसकी आवाज भी मर्दों की तरह भारी है। इस व्यक्ति ने कोर्ट में न्यायाधीश एन.एम कारोवाडिया के सामने अपने बयान में कहा कि “उसको धोखा दिया गया है। निकाह से पहले जब वह लड़की से मिला था। तब उसने बुरखा पहन रखा था। जिसके कारण उसका चेहरा ढका हुआ था। मैंने भी उसका चेहरा नहीं देखा क्योंकि वह परंपरा के खिलाफ था।
इस प्रकार से मुझे लड़की तथा लड़की पक्ष वालों ने धोखा दिया है।” दूसरी और नवविवाहित दुल्हन का कहना है की “उसके चेहरे पर हार्मोन संबंधी कारणों से कुछ बाल उग आये हैं। जिनको उपचार द्वारा हटाया जा सकता है। दुल्हन ने आरोप लगाया कि दूल्हा गलत कारण बता कर उससे तलाक लेना चाहता है। वह उसको अपने साथ रखना ही नहीं चाहता है। फिलहाल कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनकर दूल्हे की तलाक वाली याचिका को खारिज कर दिया है। अब यहां देखें तो “शादी के लड्डू” वाली कहावत पूरी तरह चरित्रार्थ होती दिखाई पड़ रही है।