सरकारी अधिकारी ने बताया खुद को भगवान विष्णु का अवतार, लोग हैरान

-

अपने देश में कभी कभी ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। जिनको पढ़कर समझ नहीं आता की उन पर हंसा जाए या हैरान हुआ जाए। हाल ही में ऐसी ही एक घटना गुजरात प्रदेश से सामने आई है। घटना एक सरकारी अफसर से सम्बंधित है। इस सरकारी अधिकारी ने खुद को भगवान विष्णु का दशम अवतार यानि कल्कि अवतार बताया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह अधिकारी ने तपस्या करने के नाम पर ऑफिस जाने से भी इंकार कर दिया है। अधिकारी का कहना है कि वह दुनिया भर के लोगों के दिलों में परिवर्तन लाने के लिए तपस्या कर रहा है। इस कारण वह ऑफिस नहीं आ सकता है।

ऑफिस के नोटिस पर दिया अनोखा जवाब –

ऑफिस के नोटिस पर दिया अनोखा जवाबImage source:

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस अधिकारी का नाम “रमेश चंद्र फेफर” है, जो कि गुजरात की सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में अधीक्षण अभियंता की पोस्ट पर तैनात हैं। ऑफिस न आने के चलते जब रमेश चंद्र को ऑफिस की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया तो उन्होंने बड़ा अनोखा जवाब दिया। उनका कहना था “उनकी तपस्या सफल हो रही है, देश में अच्छी बारिश हो रही है।” बहरहाल वह अपनी तपस्या को रोक नही सकते इसलिए फिलहाल उनका ऑफिस आना संभव नही है।

खुद को बताते हैं भगवान विष्णु का अवतार –

खुद को बताते हैं भगवान विष्णु का अवतारImage source:

गुजरात के राजकोट के निवासी रमेश चंद्र ने मीडिया से अपनी बात कहते हुए बोला ” आप शायद विश्वास नहीं करेंगे कि मैं ही भगवान विष्णु का दशम अवतार यानि कल्कि अवतार हूं। मार्च 2010 में ऑफिस में कार्य करते हुए मैंने अनुभव किया था कि मेरे अंदर दिव्य शक्तियां हैं। मैं आने वाले समय में खुद की हर एक बात को सही साबित करके दिखाऊंगा।” रमेश चंद्र का कहना है कि “मेरी तपस्या के कारण ही पिछले 19 वर्ष से देश में अच्छी बारिश हो रही है। अब सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी को यह तय कर लेना चाहिए कि मुझे ऑफिस में बैठा कर टाइम पास कराना है या देश का सूखापन खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम उठाना है।” वहीं उनके ऑफिस के लोगों का कहना है कि रमेश चंद्र पिछले 8 माह में सिर्फ 16 दिन ही कार्यालय में आये हैं। इसी कारण उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।

shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments