कहते है कि हर किसी में कुछ न कुछ खूबी होती है। आज हम आपको जिस शख्स से रूबरू करा रहें हैं। वह असल में एक बुजुर्ग महिला है, लेकिन इस महिला में एक खास बात है, जो इसके पास विदेशी लोगों की भीड़ जमा रहती है। आपको बता दें कि इस बुजुर्ग महिला के यहां विदेशी लोग इसका बनाया भोजन करने के लिए आते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि हम किसी अच्छे होटल में खाना खाने के लिए बैठ तो जाते हैं, पर खाना खाते समय पता लगता है कि खाने में कोई खास टेस्ट नहीं है लेकिन यदि आप इस बुजुर्ग महिला के यहां भोजन करोगे तो अपनी अंगुलियां चाटते रह जाओगे। यही इस बूढ़ी दादी के हाथ का कमाल है।
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आपको बता दें कि इस बुजुर्ग महिला का नाम “चंदा देवी” है और ये राजस्थान के जैसलमेर की है। चंदा देवी के हाथ का टेस्ट विदेशी लोगों को इनके पास खींच लाता है। कभी-कभी व्यक्ति बाहर के खाने तथा उसके टेस्ट से ऊब जाता है। ऐसे में मन कुछ अलग, कुछ खास खाने को करता है। ऐसे में यदि भोजन अपने मन के मुताबिक टेस्ट का मिल जाये तो इससे बढ़िया क्या बात हो सकती है।
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अब चंदा देवी के घर विदेशी मेहमानों की भीड़ लगी रहती है। 88 वर्ष की उम्र में बेहतरीन खाना बनाने का हुनर चंदा देवी को कामयाब महिलाओं में शुमार करता है। आपको बता दें कि चंदा देवी के इन छोटे से रेस्टोरेंट का नाम “व्यास मील” है जिसकी शुरुआत उन्होंने 40 वर्ष पहले अपने घर से ही की थी। अब उनके इस रेस्टोरेंट को इंटरनेशनल गाइड बुक “लोनली प्लानेट” में भी स्थान मिल चुका है। यह बुजुर्ग महिला विदेशी मेहमानों को वही भोजन खिलाती है जो उन्होंने स्वयं के घर के लिए बनाया होता है। अपने इस काम से इस महिला ने न सिर्फ घर के सभी खर्च पूरे किये बल्कि अपनी लड़कियों का विवाह भी कर दिया। इस प्रकार यह महिला इतनी ज्यादा उम्र में भी बहुत लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी हुई हैं।