समय के बदलने से कुछ चिन्हों के मायने भी बदल जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही चिन्ह के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं जिसको अलग अलग समय में भिन्न भिन्न सभ्यताएं प्रयोग किया करती थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह चिन्ह भारत में भी प्रयोग किया जाता था। भारत से लेकर मिस्र की सभ्यता तक इस चिन्ह की अच्छी पहुंच और पकड़ थी। इस चिन्ह को “ऑरोबोरोस” कहा जाता है। इस चिन्ह की परिधि पर एक सांप निर्मित किया गया है जो अपनी ही पूंछ को अपने मुंह में दबाये हुए है।
क्या है “ऑरोबोरोस” शब्द का अर्थ
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ऑरोबोरोस नामक इस चिन्ह को जानने के लिए हम आपको सबसे पहले इस शब्द के अर्थ से रूबरू कराते है ताकि आप इस चिन्ह को जान सकें। आपको बता दें कि ऑरोबोरोस एक ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है “लंबी पूंछ वाला भक्षक”, इसको एक ऐसे सांप के रूप में देखा जाता है जो अपनी पूंछ को खुद ही खाता है। इस चिन्ह को दुनियाभर की कई कलाकृतियों में देखा गया है। इससे यह पता लगता है कि इस चिन्ह की अहमियत काफी ज्यादा है।
इस चिन्ह का मिस्र में इतिहास
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इतिहासकारों ने इस चिन्ह के इतिहास के बारे में काफी खोज की है। बताया गया है कि यह चिन्ह तथा इसकी प्राचीन मिसाल सबसे प्रथम रूप में तूतेनख़ामेन के पिरामिड में मिलती है। तूतेनख़ामेन मिस्र का प्रभावशाली राजा था इस बात को आप जानते ही होंगे। मिस्र के इतिहास को करीब से जानने वाले इतिहासकार यह बताते हैं कि इस चिन्ह को प्राचीन समय में “चाल-चक्र” में प्रयोग किया जाता था। असल में प्राचीन मिस्रवासियों की मान्यता यह थी कि समय कभी भी एक प्रवाह में नहीं बहता है बल्कि चीजें समय के साथ टूटती रहती हैं और वे फिर से उसी स्थान पर आ जाती हैं जहां से वे पूर्व समय में चली थी।
चिन्ह का यूनानी इतिहास
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यूनान में इस चिन्ह का अपना एक अलग इतिहास और मान्यताएं हैं। यूनान के लोगों में पेपायरस को सोने की फसल के पौधे के रूप में देखा जाता है जबकि ऑरोबोरोस को यहां के लोग एक शुभ चिन्ह के रूप में देखते हैं। ये लोग इस चिन्ह को नवाज़िश करने का प्रतीक मानते हैं। प्राचीन यूनान के लोग इस चिन्ह को समय के चक्र के रूप में देखते थे। यूनानियों का मत है कि सभी कुछ आपस में जुड़ा हुआ है। अकेले का कोई वजूद नहीं होता है।
रहस्यवादी और ऑरोबोरोस
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रहस्यवादी लोगों के लिए ऑरोबोरोस एक अन्य अर्थ रखता है। इन लोगों के मुताबिक ऑरोबोरोस इस पृथ्वी व परलोक का प्रतीक है। इस चिन्ह में दिखाई देने वाला सांप का मुंह पृथ्वी तथा पूंछ परलोक का प्रतीक है। इन लोगों का कहना है कि जो पृथ्वी पर जन्मा है उसको एक न एक दिन परलोक जाना ही है। इस प्रकार से दोनों लोक एक दूसरे से जुड़े हैं और यही समय का प्रवाह है।
इस प्रकार से देखा जाए तो लोगों ने अपनी अपनी समझ के मुताबिक ऑरोबोरोस का अर्थ लगा लिया है, पर इसका सही अर्थ अभी तक किसी को मालूम नहीं चल पाया है। इस प्रकार से ये चिन्ह अपने आप में एक रहस्य है।