देश का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली अब समय-समय पर भूकंप के झटकों को झेल रहा है। रविवार रात 11.49 बजे दिल्ली में फिर से भूकंप के झटके आए। भूकंप तब आया जब सारी दिल्ली गहरी नींद में सो चुकी थी। जम्मू-कश्मीर के अलावा पाकिस्तान से अफगानिस्तान तक झटके महसूस किए गए।
मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 मापी गई। अफगानिस्तान की सीमा पर इसका केंद्र बताया जा रहा है, जो पाकिस्तानी शहर चित्राल से 83 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है। प्रारंभिक खबरों के अनुसार अब तक किसी तरह की जानमाल की हानि की सूचना नहीं मिली है।
जानकारों की मानें तो देश के कम से कम 38 शहर बेहद जोखिम वाले भूकंप क्षेत्र में स्थित हैं और देश का 60 फीसदी भौगोलिक हिस्सा भूकंप की चपेट में आ सकता है। इन शहरों में भूकंप आने पर बड़ी तबाही हो सकती है।
इससे पहले नेपाल में आए भूकंप का अंदाजा भूवैज्ञानिकों को पहले से ही था। उन्होंने एशिया में भारतीय उपमहाद्वीप के लगातार पड़ रहे दबाव के चलते हिमालयी क्षेत्र में और भी भूकंप आने की चेतावनी दी है।
मापन का आधार
इस स्केल के अंतर्गत प्रति स्केल भूकंप की तीव्रता 10 गुना बढ़ जाती है। भूकंप के दौरान जो ऊर्जा निकलती है वह प्रति स्केल 32 गुना बढ़ जाती है। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि 3 रिक्टर स्केल पर भूकंप की जो तीव्रता थी वह 4 स्केल पर 3 रिक्टर स्केल का 10 गुना बढ़ जाएगी। इसको एक उदाहरण के द्वारा समझ सकते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 60 लाख टन विस्फोटक (TNT) जितना विनाश कर सकता है उतना ही 8 रिक्टर स्केल तीव्रता का भूकंप कर सकता है।