भारत में ऐसे कई किले हैं जिनमें जाने वाले लोग जीवित नहीं रहते, आज हम आपको इस किले के बारे में जानकारी दे रहें हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि यह किला दिल्ली से महज 300 किमी की दूरी पर स्थित है। यह किला कभी आबाद और खुशहाल भी हुआ करता था, पर आज यह मात्र एक खंडर के रूप में अपने अतीत पर आंसू बहा रहा है। आपको हम बता दें कि यह किला राजस्थान के अलवर में है और इसका नाम भानगढ़ है।
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इस इलाके के स्थानीय लोगों की नजर में यह किला अब भूतिया है और यहां आने वाला कोई भी मानव जीवित नहीं बचता है, इसलिए आम लोग यहां कभी नहीं जाते। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस किले के आसपास कई हिंदू देवी देवताओं के भव्य मंदिर बने हुए हैं, ऐसे में भी लोगों की समझ यह नहीं आता कि इस स्थान पर भूत-प्रेत जैसी नकारात्मक शक्ति कैसे ठहर सकती है।
यह बात भी ताजुब्ब करने वाली है कि किले के अंदर किसी मकान की छत नहीं है पर मंदिरों की छत अभी तक सही सलामत है। ऐसा माना जाता है कि जिस स्थान पर यह किला है, वहां नाथ सम्प्रदाय के एक गुरु श्री बालूनाथ रहा करते थे। जब महल निर्माण का कार्य चल रहा था, तब उन्होंने कहा था कि इस महल की परछाई उनके ध्यान स्थल पर नहीं पड़नी चाहिए अन्यथा यह महल नष्ट हो जाएगा।
बाबा की बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और जिसका परिणाम आज सभी देख ही रहें हैं। इसी प्रकार की एक और मान्यता इस किले को लेकर लोगों में है। लोगों का मानना है कि उस समय “शिंडा” नामक एक तांत्रिक रहा करता था जो कि इस किले की राजकुमारी रत्नावती को पसंद करता था, पर वह उसको पा ना सका और इसलिए उसने मरने से पहले श्राप दे दिया था कि यह किला बर्बाद हो जाएगा। इस घटना के बाद में अजबगढ़ नामक एक अन्य राज्य ने इस किले पर आक्रमण कर दिया और यहां के सभी लोगों को मार दिया गया था।