आज तक आपने कई लाइब्रेरियों के बारे में पढ़ा और सुना ही होगा, पर आज हम आपको ह्युमन लाइब्रेरी के बारे में बताने जा रहें हैं। यह अपने तरह की एक अनोखी लाइब्रेरी है। हमने आज से पहले इस तरह की ह्युमन लाइबेरी की कल्पना भी नहीं की थी, क्योंकि आज तक हमने चारों ओर किताबों से भरी हुई लाइब्रेरी ही देखी थी। लेकिन ह्युमन लाइब्रेरी का कॉन्सेप्ट बिल्कुल नया है इसमें आपको किताबों की जगह पर इंसान मिलेंगे। चलिए जानते हैं इस लाइब्रेरी के बारे में…
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सबसे पहले हम आपको बता दें कि यह ह्युमन लाइब्रेरी दिल्ली के कनॉट प्लेस में शुरू हो चुकी है। इस लाइब्रेरी में आपको किताबों की जगह पर इंसान मिलेंगे। लोगों को इस लाइब्रेरी में बैठकर दुनिया की जानकारी लेने के लिए किसी किताब को पढ़ने की जरूरत नहीं होगी, आपके इंटररेस्ट के अनुसार यहां पर मौजूद एक्सपर्ट आपको संबंधित विषय के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। इतना ही नहीं आप किसी भी विषय के लिए किसी व्यक्ति को 20 मिनट तक के लिए इस ह्युमन लाइब्रेरी से ले सकते हैं। इस तरह लोगों से संबंधित विषय पर बात करके आपको उस विषय को आसानी से लंबे समय तक याद रख पाएंगे। साथ ही आपको लोगों के साथ बात करने में झिझक होती है तो इस लाइब्रेरी के जरिए आप अपनी इस झिझक से भी छुटकारा पा लेंगे।
आपको बता दें कि इस तरह की पहली लाइब्रेरी हैदराबाद में खोली गई थी। इसके बाद मुंबई और अब इसे दिल्ली में शुरू किया गया हैं। जानकारी के अनुसार इसमें शुरूआती दौर में 11 विषयों पर मानव पुस्तक को रखा जाएगा। दुनिया में इस तरह की लाइब्रेरी का कॉन्सेप्ट सबसे पहले डेनमार्क के कोपेनहेगन में वर्ष 2000 में लाया गया था। सामाज में कई तरह के परिवर्तनों को लाने के लिए इस लाइब्रेरी की शुरूआत की गई थी। देखते-देखते दुनिया के कई देशों में इस तरह की ह्युमन लाइब्रेरी को शुरू किया जा चुका है।