सबसे पहल हम आपको बता दें कि कुछ समय पूर्व डेनमार्क के Copenhagen के रेड लाइट एरिया में एक सेक्स वर्कर को गला घोट कर मारने की कोशिश हुई थी और यह ऐसी पहली घटना नहीं थी।
असल में इस घटना से पहले भी इस प्रकार की कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। असल बात यह है कि डेनमार्क के लोगों की मानसिकता सेक्स वर्कर्स के लिए कुछ ऐसी है कि वह इनको जीवित महिला समझते ही नहीं है।
इस प्रकार की घटनाओं के पीछे “स्ट्रीट सेक्स वर्कर्स” के पास में क्लाइंट के लिए सुरक्षित स्थान न होना बताया जा रहा है, इसलिए इस समस्या को खत्म करने के लिए एक व्यक्ति ने सेक्स एम्बुलेंस की शुरुआत की है ताकि स्ट्रीट सेक्स वर्कर्स को सुरक्षित स्थान मिल सकें तथा उनके साथ में हिंसात्मक घटनाएं बंद हो सकें।
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आपको हम यह भी बता दें कि सेक्स वर्कर्स की सुविधा के लिए सेक्स एम्बुलेंस की सेवा देने वाले इस व्यक्ति का नाम “Michael Lodberg Olsen” है। इस व्यक्ति ने स्ट्रीट सेक्स वर्कर्स की समस्या को समझा तथा इस समस्या के हल के लिए उन्होंने इस एम्बुलेंस को चुना।
इस एम्बुलेंस को वो वीकेंड पर रेड लाइट एरिया में खड़ा कर देते हैं और सेक्स वर्कर्स इसका इस्तेमाल करती हैं। इस एम्बुलेंस में सभी प्रकार की सुविधाएं मसलन कंडोम आदि भी मिलती हैं।
“Michael Lodberg Olsen” ने इस सेक्स वर्कर्स के लिए चलाई एम्बुलेंस का नाम “Sexelance” रखा है। अब तक इस एम्बुलेंस का 64 बार प्रयोग हो चुका है। Olsen का मानना है कि एक सामाजिक प्राणी होने के नाते हम लोगों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सेक्स वर्कर्स के साथ कुछ भी बुरा न हो।