वैसे तो मुस्लिम धर्म में महिलाएं ही पर्दें में रहती हैं, पर आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बता रहें हैं जिसमें महिलाएं नहीं, बल्कि मुस्लिम पुरुष पर्दें में रहते हैं। जी हां, यही इस स्थान का सच है जो की इस स्थान को अन्य स्थानों से अलग करता है। दुनिया में बहुत तरह की परंपराएं तथा रीति रिवाज हैं, पर आज हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में जानकारी दे रहें हैं जहां के रिवाज के अनुसार मुस्लिम महिलाओं की जगह इनके पुरुष पर्दे में रहते हैं। इसके अलावा यहां एक और बात है कि यहां की महिलाओं को उनके जीवन में पूरी छूट दी जाती है ताकि वे अपना जीवन अपनी मर्जी से गुजार सके। आइए जानते हैं इस मुस्लिम जनजाति तथा उस स्थान के बारे में जहां यह जनजाति निवास करती है।
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आपको हम बता दें कि यह जनजाति पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर नामक स्थान पर रहती है तथा इसका नाम “तुआरेग” है। यहां की महिलाएं अपना जीवन अपनी ही मर्जी से गुजारती हैं तथा इनको शादी से पूर्व कई बार संबंध बनाने की भी छूट होती है। इस जनजाति की महिलाओं को सभी अधिकार पुरुषों के बराबर मिले हुए हैं, यहां की महिलाएं अपने पसंद के युवक से शादी कर सकती हैं तथा शादी के बाद भी वे गैर मर्दों से भी संबंध बना सकती हैं, वहीं दूसरी ओर इस जनजाति के सभी लोगों को पर्दें में रहना पड़ता है। इस जनजाति में शादी और तलाक बहुत अहम मानें जाते हैं, यहां की स्त्रियों को अपने पुरुष को छोड़ने का पूरा अधिकार होता है और जब किसी स्त्री को तलाक मिलता है, तो उसके घर वाले जश्न मनाते हैं और वह स्त्री अपने पति से कुछ भी मांग सकती है। यहां की स्त्रियां अपने जीवन के फैसले खुद ही लेती हैं।