होली का त्यौहार आने वाला है और इस त्यौहार को देश-विदेश में सभी लोग जम कर मनाते हैं, पर हमारे देश में एक ऐसी जगह भी है जहां पर यह रंगों का त्यौहार रंग से नहीं बल्कि महिलाएं पुरुषों को डंडे से पीटकर मनाती हैं। जी हां, यह सच है कि भारत में एक ऐसी जगह भी है, जहां रंग से नहीं, बल्कि डंडों की लड़ाई के साथ होली के इस त्यौहार को मनाया जाता है और आज हम आपको भारत के इस स्थान और इस विचित्र तरीके से होली को मनाने के कारण को ही बता रहें हैं।
Image Source:
रंगों के स्थान पर डंडों की लड़ाई से होली मनाने वाला यह स्थान है उत्तर प्रदेश का जिला मथुरा। जी हां, यहां के बरसाना नामक स्थान पर होली में डंडों का जमकर प्रयोग किया जाता है। इस होली को “लट्ठमार” होली कहा जाता है। लट्ठमार होली का यह त्यौहार विश्व भर में प्रसिद्ध है इसलिए यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग इस होली का आनंद लेने के लिए बरसाना में आते हैं। लट्ठमार होली बरसाना में होली के असल त्यौहार से पहले ही शुरू हो जाती है। इस वर्ष होली 13 मार्च को है, पर लट्ठमार होली का यह त्यौहार 8 दिन पहले ही शुरू हो चुका है। लट्ठमार होली में महिलाएं डंडे से पुरुषों पर वार करती हैं तथा पुरुष लोहे की ढाल से खुद को बचाते हैं, इस प्रकार से यह त्यौहार मनाया जाता है।
आपको हम जानकारी के लिए यह बता दें कि मथुरा का बरसाना नामक क्षेत्र राधा रानी का है तथा यहां से 8 किमी दूर नंदगाव श्रीकृष्ण का गांव है। माना जाता है कि श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ में होली के दिन बरसाना जाए करते थे और वहां पर राधा रानी की सहेलियां और उनके बीच में इसी प्रकार से होली खेली जाती थी, इसलिए उस समय से यह होली मनाई जाती है।