भारत एक ऐसा देश है जहां पर हिन्दू सहित अन्य बहुत से धर्मों के लोग भी रहते हैं और यही इस देश में एक खूबसूरत नजारा पेश करता है कि यहां की सरजमीं पर अनेक विचारधाराओं के लोग एक साथ रहते हैं। सही बात यह है कि मात्र रहने भर से ही यहां काम नहीं चलता, बल्कि ये लोग एक दूसरे के हर कार्य में भी बराबर सरीक होते आए हैं। वर्तमान समय में आज कई स्थानों पर चंद लोग जहां धर्म और मजहबवाद को आगे रखकर लोगों में फूट डालने की कोशिश कर रहें हैं, वहीं अपने देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके किए कार्य, समाज में फूट डालने वाले लोगों के चेहरे पर एक तमाचा है। आइए अब आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में जिन्होंने अपने कार्य से “सर्व धर्म समभाव” जैसे शब्दो को सार्थकता दी है।
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यह खबर है लुधियाना जिले के गांव गालिब रणसिंह की यहां पर सिक्ख समुदाय के लोगों ने अपनी जमीन, इस गांव में मस्जिद निर्माण के लिए दान दे दी है। मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी, जो की शाही ईमाम भी हैं, ने सभी धर्मों के लोगों को बुलाकर गांव की इस नई मस्जिद की नींव रखी है। मौलाना रहमान ने इस मौके पर कहा कि ” मस्जिद खुदा का घर है, जिसके दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। कुछ कट्टरपंथी तत्व देश में सभी धर्मों के बीच एकता के भाव को तोड़ने में लगे हुए हुए हैं, लेकिन देश के हिन्दू, सिख, मुसलमान व अन्य वर्गों के लोग एकता दिखाते हुए इन साजिशों को नाकाम करते आए हैं और करते रहेंगे।”, सिख समुदाय का यह कदम सराहनीय है, क्योंकि समाज भले ही कितना भी विकसित क्यों न हो जाए, वह बिना सामंजस्य और सभी वर्गों के एकीकरण के बिना कभी शांति से नहीं रह सकता है।