संजीवनी बूटी के बारे में आप तो जानते ही हैं, कि त्रेता युग में इस बूटी को बजरंग बली ने ढूंढा था। लेकिन अब हजारों सालों के बाद उत्तराखंड सरकार भी इसे खोजने में लगी हुई है। एक जाने माने न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत ने बकायदा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक टीम तैयार को लिया है, जो कि जल्द द्रोणा गिरी पर्वत जाने वाले हैं।
राज्य सरकार संजीवनी बूटी ढूंढने का यह काम संसाधनों से करने वाली है, इससे पहले केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए बजट भी उपलब्ध करवाया था। यह त्रेता युग वाली संजीवनी बूटी है। अभी कुछ साल पहले योग गुरु रामदेव बाबा और उनके एक सहयोगी ने भी इस बूटी को खोजने का दावा किया था।
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स्थानीय लोगों का दावा है कि उत्तराखंड के पर्वतों में एक खास जड़ी बूटी है, जिसका असर हर दर्द पर चमत्कारिक होता है। यह पर्वत लगभग 4000 मीटर तक की ऊंचाई पर है, जहां पर पहुंच पाना काफी मुश्किल है। बड़ी मुश्किल से उस गांव तक पहुंचा जाता है, जो कि इस पर्वत में बसा हुआ है। गांव के लोगों का कहना है कि वहां एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो कि कोमा में गए हुए इंसान को बाहर निकाल लाने में भी सक्षम है।