जिस उम्र में बच्चे अपनी छोटी सी दुनिया में मौज में रहते हैं, वहीं एक 9 साल के बच्चे ने तकनीक की दुनिया में कुछ ऐसा कर दिखाया कि लोग देखते ही रह गए। अब आप अपने दिल को थाम लीजिए क्योंकि जो अब हम आपको बताने जा रहे हैं उससे आपकी आंखें खुली की खुली रह जाएंगी। ये 9 साल का बच्चा सिर्फ एक छात्र नहीं है बल्कि एक प्रोफेशनल हैकर, साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ, एप डेवलपर और यहां तक कि प्रुडेंट गेम्स नामी कंपनी का सीईओ है। ये भारतीय मूल का बच्चा अमेरिका में रहता है और लोगों को साइबर से जुड़े अपराधों से बचाता भी है। इस 9 साल के बच्चे का नाम रूबेन पॉल है।
दूसरी कक्षा में बना डाली लर्निंग एप्लिकेशन
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जब रूबेन के बारे में पिता मनो पॉल से पूछा गया तो उनका कहना था कि इसका ये पैशन बहुत छोटी उम्र में ही शुरू हो गया था। रूबेन ने जब 5 साल की उम्र में फायरविल शब्द का प्रयोग किया था तभी उसके पिता समझ गए थे कि ये कोई सामान्य बच्चा नहीं है। रुबेन जब दूसरी कक्षा में पढ़ता था तब सभी बच्चों को लर्निंगगेम बनाने का काम मिला था। जहां क्लास के सभी बच्चे बोर्ड पर गेम बना कर लाए थे वहीं रुबेन ने लर्निंग एप्लीकेशन बनाया था। रूबेन ने तब पूरे स्कूल को चौंका दिया था। तब रूबेन के मां-बाप ने प्रुडेंट गेम्स नाम की कंपनी को खोलने का फैसल किया था। ये कंपनी मजेदार गेम बनाती है ये गेम एजुकेशनल लहजे से बनाया गया है।
जब वो बोलता है तो बड़े से बड़े दिग्गज सुनते हैं
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रूबेन का कहना है कि हैकिंग स्किल्स से पावर आती है और उसके साथ जिम्मेदारियां भी बढ़ती है। रूबेन ने बताया कि इस जमाने में तकनीक का इस्तेमाल साइबरबुलिंग और डाटा चोरी के काम में किया जा रहा है। आपको बता दें कि रूबेन ने साइबरसिक्योरिटी एप भी बनाया है जिसका नाम क्रैकर प्रूफ है और ये खासकर बच्चों के लिए बनाया गया है। यह मनोरंजक और एजुकेशन के लहजे से मजबूत पासवर्ड बनाना सिखाता है। ये एप एप्पल स्टोर में मौजूद होता है। कम उम्र में सफलता के शिखर पर पहुंचने वाले रूबेन ने ना सिर्फ अपने मां-बाप का सिर ऊंचा किया है, बल्कि भारत का भी गौरव बढ़ाया है।