जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी पर लोगों का अटूट विश्वास था। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि भारत में भी लगभग सभी मां को इसके प्रोडक्टस पर भरोसा रहता है। हर घर में बच्चों के लिए जॉनसन का साबुन और पाउडर इस्तेमाल होता है, लेकिन अमेरिका की एक कोर्ट ने जेएंडजे कंपनी को एक महिला को 365 करोड़ यानी 5.5 करोड़ डॉलर का मुआवजा देने का निर्देश दिया है। महिला का आरोप है कि जॉनसन का बेबी पाउडर उपयोग करने से उसे यूट्रस कैंसर हो गया। आपको बता दें कि जेएंडजे कंपनी को कोर्ट की तरफ से ये दूसरा बड़ा झटका लगा है।
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आपको जानकर हैरानी होगी कि जेएंडजे कंपनी के खिलाफ लगभग 1200 केस दर्ज हैं। कंपनी पर आरोप है कि जॉनसन बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है। तीन हफ्तों से मिसैरी स्टेट कोर्ट में इस केस का ट्रायल चल रहा था, जिसके बाद ग्लोरिया राइटसउंड नाम की महिला को इस मामले में जीत हाथ लगी। महिला का कहना है कि वो 40 वर्ष से हाइजीन के तौर पर जॉनसन का बेबी पाउडर और शॉवर टू शॉवर इस्तेमाल कर रही थी। फिर साल 2011 में पता चला कि उसे ओवेरियन कैंसर है। दरअसल ग्लोरिया के ऑपरेशन के दौरान ओवरी में जॉनसन पाउडर के कुछ अंश मिले। महिला का केस लड़ रहे वकील ने कहा कि कंपनी के दस्तावेज से मालूम होता है कि जेएंडजे को 1970 से इस बात की जानकारी थी, लेकिन फिर भी उन्होंने इस बात को छुपाए रखा।
वहीं, इस केस पर जेएंडजे का कहना है कि वो आगे भी अपील करेगी और अपने प्रोड्क्ट का बचाव करती रहेगी। गौरतलब है कि जेएंडजे कंपनी पर इससे पहले भी ओवेरियन कैंसर होने का आरोप लगा था। जिसके चलते उसे 7.2 करोड़ डॉलर का जुर्माना देना पड़ा। इस केस में महिला की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी और इसके बाद भारत में इस कंपनी के खिलाफ जांच शुरू हो गई थी।