कोलकाता के उत्तरी क्षेत्र में गुरुवार को निर्माणाधीन पुल के गिरने से हुए हादसे में 24 लोगों की जान चली गई और करीब 100 की संख्या में लोग घायल हो गए। इस हादसे के लिए हर कोई एक दूसरे को दोष दे रहा है। इसी बीच पुल को बनाने वाली कंपनी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए इस हादसे की सारी जिम्मेदारी भगवान पर डाल दी है। कंपनी के अधिकारियों ने एक बयान में कहा है कि यह सब भगवान की करनी है। इस बयान के बाद कंपनी की हर तरफ आलोचना हो रही है।
कोलकाता में फ्लाईओवर गिरने की घटना के बाद से ही इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हादसे के बाद से ही सेना की टीम और एनडीआरएफ की टीम राहत कार्यों में लगी हुई है। सेना के अधिकारियों के अनुसार अब इस हादसे में किसी अन्य व्यक्ति का शव मिलने की उम्मीद बेहद ही कम है। फिलहाल हादसे की जगह से मलबे को हटाने का काम तेजी से चल रहा है ताकि स्थिति को सामान्य किया जा सके।
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वहीं इस पुल को बनाने वाली कंपनी की ओर से इस हादसे के लिए भगवान की करनी को ही जिम्मेदार ठहराया गया है। कंपनी के अधिकारियों से पुलिस ने पूछताछ की है। साथ ही आईवीआरसीएल नाम की इस कंपनी के स्थानीय ऑफिस को भी सील कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कंपनी के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 304ए, 308 और 407 के तहत मामले को दर्ज कर लिया है।
रेलवे विभाग में कंपनी है ब्लैक लिस्टेड-
जानकारी के मुताबिक कंपनी को रेलवे की ओर से कुछ साल पहले ब्लैक लिस्टेड किया गया था, जबकि राज्य सरकार इस की ओर से कहा गया है कि इस कंपनी को लेफ्ट फ्रंट की सरकार ने ही काम दिया था।