व्यक्ति की सबसे मूलभूत आवश्यकताओं के बारे में देखा जाए तो अन्न जल सबसे प्राथमिक चीजों में आते हैं। इनके बिना जीवन के अस्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती। व्रत, अनुष्ठान के दौरान पूरा दिन अन्न न खाने से हमारे शरीर में कमजोरी का अहसास होने लगता है। ऐसे में सैकड़ों वर्षों तक बिना अन्न जल के जीवित रहने की बात की कल्पना तक नहीं की जा सकती, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने वाले हैं जो बिना अन्न जल ग्रहण किए 250 वर्षों तक जीवित रहे। कहा जाता है कि यह व्यक्ति करीब 900 वर्षों तक जीवित रहे। लोग इन्हें देवरहा बाबा के नाम से जानते हैं।
कौन है और कहां रहता था यह व्यक्ति-
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया और मथुरा में इनका जीवन व्यतीत हुआ। देवरहा बाबा के नाम से जाने जाने वाले यह व्यक्ति 250 वर्षों तक बिना अन्न जल ग्रहण किए जीवित रहे।
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इनका जन्म कब हुआ और कहां हुआ इसके बारे में किसी के पास भी कोई जानकारी नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि बाबा 900 साल तक जीवित रहे जबकि कुछ लोगों का कहना है कि बाबा 500 वर्षों तक जीवित रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरहा बाबा मथुरा के पास यमुना नदी के किनारे एक मचान पर ही रहा करते थे। अपने अनुयायियों को भी वो इसी मचान से अच्छे विचार बताते थे। कई किताबों में भी इस बात की पुष्टि मिलती है कि देवरहा बाबा ने कभी भी अन्न जल ग्रहण नहीं किया। वैज्ञानिकों के द्वारा की गई कुछ रिसर्च में भी पता चला है कि अगर ब्रह्मांण की शक्ति से जरूरी तत्व ले लिए जाएं तो मनुष्य बिना अन्न जल के भी जीवित रह सकता है। इसके साथ ही कुछ योग की मदद और संयमित जीवन शैली से भी आसानी से लंबी आयु को पाया जा सकता है।
देवरहा बाबा के पास ऐसी शक्तियां थी जिनसे वह एक साथ दो जगहों पर भी उपस्थित रह सकते थे। साथ ही देवरहा बाबा के लिए यह भी कहा जाता है कि बाबा अपनी मचान पर ही बैठते थे और वहीं से कहीं जाए बिना अपने हाथ को ऊपर की ओर ले जाते और मेवे, फल आदि खाद्य साम्रगी आ जाती। जिसे बाबा अपने अनुयायियों में वितरित कर देते थे।