जी हां यह खबर बिल्कुल सही है कि सोशल मीडिया आजकल पुलिस का काम करने में लगी हुई है। दरअसल राजस्थान के डीडवाना रोड के पास मौजूद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर से कुछ दिनों पहले एक बाइक चोरी हो गई थी। जिसके बाद पीड़ित बाबूलाल कुमावत ने सोशल मीडिया की मदद से चोर का पता लगाया और नागौर के पास के गांव रोल से उसे पकड़वा दिया।
पीड़ित बाबूलाल कुमावत ने बताया कि 12 फरवरी को एसबीआई बैंक के पास उसने अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की थी और बैंक में कुछ काम के सिलसिले में गया। जब वह बैंक से बाहर आया तो देखा कि बाइक वहां नहीं थी। बाबूलाल ने पुलिस को इस बात की सूचना दी और मामला दर्ज करा दिया। इसके बाद भी बाइक की तलाश उसने जारी रखी।
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पीड़ित ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी और अपने घर के आस-पास रहने वाले लोगों को इस बात की सूचना दे दी। दो दिन पहले ही पीड़ित को जानकारी मिली कि आरोपी नागौर में ही देखा गया है। जिस पर बाबूलाल अपने बड़े भाई के साथ आरोपी को पकड़वाने के लिए नागौर पहुंच गया। वहां पहुंच कर यह जानकारी मिली कि बाइक चुराने वाला आरोपी बंशीवाला मंदिर में पेंटिंग का काम करता था। इसके बाद खोजबीन कर उसे पकड़ लिया गया। बाइक की पहचान कर बाइक समेत आरोपी को पुलिस के सुपुर्द किया गया।
पीड़ित बाबूलाल ने कहा कि बाइक चोरी के आरोपी अजीत कुमावत उन्हीं के मोहल्ले का रहने वाला है, जो कि बाइक चोरी करने के बाद नागौर चला गया और बाइक का हुलिया बदलने और नंबर बदलने के काम में जुटा था। हालांकि चेसिस नंबर देखकर बाइक की पहचान कर ली गई। पुलिस ने बाइक चोरी के जुर्म में आरोपी अजीत कुमावत को गिरफ्तार कर लिया है।