ओसामा बिन लादेन को सारी दुनिया जानती है, पर बहुत कम लोग ओसामा की वसीयत के बारे में जानते हैं। आज हम यहां आपको ओसामा की वसीयत के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। जैसा कि सब जानते ही हैं कि ओसामा को अमेरिका की सेना ने अपने स्पेशल ऑपरेशन में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया था। उस दौरान ही उस स्थान पर कुछ दस्तावेज भी बरामद किये गये थे। बीते मंगलवार को उनमें से कुछ दस्तावेज अमेरिकी मीडिया ने जारी किये थे, जिनमें ओसामा की वसीयत भी थी।
क्या है लादेन की वसीयत में –
मोटे तौर पर देखा जाए तो लादेन ने अपनी मौत के बाद में 2.9 करोड़ डॉलर की संपत्ति छोड़ी थी। अपनी इस वसीयत में एक जगह पर लादेन ने अपने परिवार वालों को लिखा है कि “मेरी इच्छा है कि मेरे पैसे को अल्लाह की राह में जिहाद में खर्च करना और मेरी इस इच्छा का पालन जरूर करना। ” एक अन्य जगह लादेन ने अपने पिता को लिखा है कि “अगर मेरी मौत हो जाती है तो आप मेरे बच्चों और पत्नियों का ध्यान रखना।” आगे लादेन ने लिखा है कि अगर मैं मारा गया तो मेरे नाम से बहुत सा दान करना और बहुत सी दुआएं भी करना। लादेन के इन शब्दों से पता चलता है कि लादेन के मन में मरने का डर पहले से बैठा हुआ था।
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जहां तक लादेन की दौलत की बात है तो उसने अपनी सारी संपत्ति सूडान में होने की बात कही है, पर यह नहीं पता चल सका है कि उसकी यह संपत्ति नकद है या अन्य किसी रूप में। यहां आपको बता दें कि 1990 के दशक में लादेन सूडान में बतौर मेहमान पांच साल तक रहा था।
अपने इन पत्रों में लादेन ने लिखा है कि “हमें लगता है कि युद्ध आसान होगा और हम कुछ ही समय में अपने लक्ष्य को हासिल कर लेंगे, पर अब मुझे लगता है कि हमें धैर्य के साथ संयम से काम लेना होगा, आखिर में जीत हमारी होगी।”
लादेन की मौत के बाद अब उसके संगठन “अल कायदा” का प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी है, जो लादेन के रहने पर संगठन का दूसरा नंबर का नेता समझा जाता था।