कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हमेशा अपने बयानों को लेकर खबरों में बने रहते हैं। यहां तक कि दिग्विजय और पीएम मोदी एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इन दोनों नेताओं की तनातनी के बारे में कौन नहीं जानता! अगर मोदी ताकतवर व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल हैं तो वहीं दिग्विजय विपक्ष के प्रभावी सांसद हैं। आज हम आपको मोदी और दिग्विजय से जुड़े एक दिलचस्प किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं।
ये बात सन् 1999 की है जब मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार चल रहा था। उस समय म.प्र. में कांग्रेस की सरकार थी और बीजेपी चुनाव में बहुमत पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही थी। नरेंद्र मोदी तब म.प्र. बीजेपी के प्रभारी थे। ये तकरार तब हुई जब मोदी रायपुर से भोपाल लौट रहे थे। जब मोदी की कार हमीदिया अस्पताल के करीब पहुंची तो वहीं से दिग्विजय का काफिला निकलने वाला था। जिसके चलते पुलिस को ट्रैफिक रोकना पड़ा और उस भीड़ में मोदी की कार मौजूद थी।
भाजपा कार्यकर्ता और ड्राइवर ने दी थी जानकारी
दरअसल पुलिस वाला इस बात से अंजान था कि इस ट्रैफिक में मोदी की कार भी है। कार को रोकने पर बीजेपी के कार्यकर्ता ने पुलिस को मोदी के गाड़ी में होने के बारे में बताया, लेकिन फिर भी पुलिस अधिकारी ने उसकी एक ना सुनी और फिर ड्राइवर ने गाड़ी से उतरकर कहा “थानेदार साहब थोड़े दिन इंतजार करो जल्दी आपको पता चल जाएगा”, लेकिन उस चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा और दिग्विजय सिंह फिर से सीएम बने। मोदी और दिग्विजय कम ही साथ में देखने को मिलते हैं। हालांकि कुछ समय बाद मोदी ने दिग्विजय के बेटे की शादी में शिरकत की थी।