आज पीएम मोदी ने विपक्ष के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में मोदी विपक्षी दलों के मूड को टटोलने की कोशिश करेंगे। दरअसल अगले सप्ताह से बजट सत्र शुरू होने वाला है और मोदी का अनुमान है कि संसद में पठानकोट हमला और जेएनयू विवाद को लेकर शोर हो सकता है। इसलिए मोदी बैठक में दलों से आग्रह करेंगे कि इस बजट सत्र में राजनीतिक मुद्दों की बजाय विकास के मुद्दे पर बात हो।
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दरअसल पिछला दो बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा है। जिसके चलते कोई भी अहम विधेयक पास नहीं हो पाया था। विपक्ष के हमेशा निशाने पर रहने वाले मोदी इस बार कुछ विधेयक को पारित कराने के मूड में हैं। हालांकि इस बार फिर से विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं जिसके कारण सदन बाधित हो सकता है। जबकि मोदी सरकार रियल स्टेट विधेयक और जीएसटी बिल को किसी भी तरह पारित कराना चाहती है, लेकिन विपक्ष बीजेपी सरकर से टकराव के मूड में है।
आरोपों का सिलसिला जारी…
आरोपों का सिलसिला तेज हो गया है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मिली हार का सदमा अभी तक भूल नहीं पा रही है। बदला लेने की सोच रखते हुए सोनिया और राहुल ने कई बार संसद को बाधित किया है। इसी बयान पर सोनिया गांधी ने पलटवार करते हुए कहा कि जब-जब उनकी पार्टी ने आम आदमी और गरीबों से जुड़े मुद्दे उठाए हैं तब-तब उनकी आवाज को दबाया गया है।