अपनी कार्यप्रणाली के लिए चर्चा में रहने वाली लेडी सिंघम के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की जिला अधिकारी बी चंद्रकला एक बार फिर से सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस बार वह एक युवक के द्वारा बिना इजाजत उनके साथ सेल्फी लेने के मामले में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दरअसल जिला अधिकारी के कार्यालय में एक युवक उनके साथ सेल्फी लेने लगा। जिला अधिकारी बी चंद्रकला को यह अच्छा नहीं लगा और उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों को उस व्यक्ति को हटाने को कहा। जब सुरक्षाकर्मियों ने व्यक्ति से फोटो डिलीट करने को कहा तो वह सुरक्षाकर्मियों से बदतमीजी करने लगा। इस पर उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर की जिला अधिकारी बी चंद्रकला ने फराद पुत्र इमरान को बिना इजाजत के सेल्फी लेने के आरोप में न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दरअसल जिला अधिकारी बी चंद्रकला ने गांव कमलापुर को गोद लिया हुआ है। गांव की समस्याओं को लेकर मीटिंग करने के लिए गांव के प्रधान को जिला अधिकारी कार्यालय पर बुलाया गया था। ग्राम प्रधान के साथ ही फराद भी आया हुआ था। इस मीटिंग में युवक जिला अधिकारी बी चंद्रकला के साथ सेल्फी लेने लगा। ऐसे में जिला अधिकारी ने सुरक्षा कर्मियों को युवक को रोकने के लिए कहा। सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड़कर उससे फोटो डिलीट करने को कहा तो युवक भड़क गया और उनके साथ बदतमीजी करने लगा। ऐसे में युवक को हिरासत में लेकर उसे नगर कोतवाली भेज दिया गया। बाद में उसे शांति भंग करने के कारण धारा 151 में जेल भेज दिया गया। जिसके बाद उसके परिजनों के माफी मांगने और मामले के तूल पकड़ने पर उसे माफ करने का भी ऐलान किया गया।
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इस मामले में विशाखा कानून का भी प्रयोग किया गया है। इस कानून के तहत बिना किसी की इजाजत के सेल्फी लेना अपराध की श्रेणी में आता है। इस मामले में जिला अधिकारी ने एक बैठक का भी अयोजन किया था। इस बैठक में महिलाओं के अधिकारों पर बात की गई। फराद के पिता अपने पुत्र की रिहाई के लिए काफी चिंतित चल रहे हैं।