देखा जाए तो दुनिया में बहुत सी ऐसी अजीब जगहें हैं जिनसे जुड़े सवालों के जवाब आज तक आम लोगों को नहीं मिले हैं। इस प्रकार की सभी जगहों का रहस्य आज भी बरकार है। हम आज आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बता रहे हैं जहां के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां मुर्दे जिन्दा होते हैं। इस जगह की सबसे अजीब बात यह है कि यहां पर करीब 8000 साल पुराने शव आज भी खुले स्थान में लटके हुए हैं। स्थानीय लोगों की धारणा है कि ये मुर्दे जिन्दा हो उठते हैं। यही कारण है कि इस स्थान के निकटवर्ती गांवों के लोग अपने गांव छोड़ कर चले गये हैं।
इस जगह की बात करें तो यह इटली की “कापूचिन कैटाकॉम्ब” नामक जगह है। यहां पर आप करीब 8000 साल पुराने शव देख सकते हैं जो खुले स्थान में ही या तो लटके हुए हैं या जमीन पर पड़े हुए हैं। यह जगह जितनी डरावनी है, उससे भी ज्यादा डरावना है यहां तक पहुंचने का रास्ता। यह रास्ता कई अंधेरी और संकरी गलियों से होकर यहां तक पहुंचता है। इस रास्ते की दीवारों पर भी बहुत से शव लटके हुए हैं।
Image Source:
क्या है मान्यता –
रोम के ऐसे अंडरग्राउंड कब्रिस्तानों के बारे में कई प्रकार की मान्यतायें रही हैं। इनमें से एक यह है कि किसी दैवीय आपदा के कारण यहां बहुत से लोग अचानक मर गये और उस आपदा में ही वह धरती में स्वयं ही दफ़न हो कर रह गये। इस कब्रिस्तान के आस-पास के कई गांव वर्तमान में खाली हो गए हैं। यहां के स्थानीय निवासियों का मानना है कि इन मुर्दा लोगों में से आज भी कुछ जिन्दा होते हैं और उनके चलने से यहां पर महामारी फैलती है।
क्या है सच –
असल में यह एक कब्रिस्तान है और यहां पर अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग सेक्शन बने हुए हैं। यानि महिला,पुरुष, संत, बच्चे, सैनिक आदि के लिए अलग-अलग सेक्शन। हालांकि 1980 में इस कब्रिस्तान को बंद कर दिया था, पर फिर भी कभी-कभी इसमें शव रख दिए जाते थे। अंतिम बार 1920 में यहां पर एक ममी बनाई गई थी, जो एक बच्ची की थी।
Image Source:
कापूचिन को कैथोलिक संतों की मौत के बाद यहां दफ़नाने के लिए ही बनाया गया था, पर बाद में यहां पर मुर्दे को लाना सामाजिक रुतबे की बात मानी जाने लगी। इसलिए अन्य मुर्दे भी यहां पर आने लगे। यहां पर प्रत्येक ममी के लिए एक फीस का प्रावधान है। इसलिए प्रत्येक मुर्दे को लाने वाले लोगों को यहां नियमित फीस चुकानी होती है। यदि किसी ममी की फीस आनी बंद हो जाती है तो उसकी ममी को यहां से हटा दिया जाता है।
यही कारण है कि यहां बहुत से शव खुले में पड़े हैं और उनके कारण वातावरण दूषित होने से कई प्रकार की बीमारियां फ़ैल गई हैं। इसलिए आस-पास के गांव वाले इस जगह को छोड़ कर चले गए हैं।