आप शायद जानते ही होंगे कि हाल ही में हुए मथुरा दंगे में 2 पुलिसकर्मियों सहित 22 लोगों की मौत हो गई है यानी कुल 24 मौतें हुई है, अभी दो दिन पहले हुआ मथुरा का यह दंगा आज पुरे देश में चर्चित हो रहा है, लगभग हर चैनल इसकी न्यूज़ दे रहा है। इसके चलते मथुरा स्थित जवाहर बाग इलाके में पुलिस को भारी संख्या में लगा दिया गया है। मथुरा के डीजीपी जावेद अहमद ने सिर्फ 22 मौतों की ही पुष्ठि की है, उन्होंने इसके इसके बारे में बताया कि “11 लोगों की मौत सिलेंडर फटने और 11 लोगों की मौत पुलिस की लाठीचार्ज से हुई है।” यह घटना उस समय घटी जब पुलिस हाईकोर्ट के निर्देश पर उस इलाके का अतिक्रमण हटाने के लिए गई थी। इस घटना में पुलिस मामले का जायजा लेने गई थी, लेकिन वहां पर उपद्रव हो गया और पुलिस को उपद्रवियों से मुठभेड़ करनी पड़ी जिसके कारण लगभग 1 दर्जन पुलिस वाले गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं और करीब 23 पुलिसकर्मी सामान्य घायल अवस्था में अस्पताल में हैं।
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फिलहाल इस मामले में 100 से भी ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। केंद्रीय गृहमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करके उनको केंद्र की और से संभव मदद करने को कहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव इस बात को कुबूल रहें है कि खुफिया नेटवर्क और प्रशासन में हुई चूक की वजह से यह घटना हुई है, उन्होंने आगे कहा कि “कथित ‘सत्याग्रहियों’ ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। इनसे कई बार बातचीत की गई थी, लेकिन उन्होंने वह जमीन खाली नहीं की।” उन्होंने आगे कहा की “मौके पर इतने हथियारों से सामना होगा यह अंदाजा पुलिस नहीं लगा पाई। पुलिस को उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।”
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गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट पर लिखा है कि “मथुरा में हिंसा की घटना में हुई मौतों पर दुखी हूं। भगवान शोक में डूबे परिवारों को दुख सहने की शक्ति दे। मथुरा के मुद्दे पर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात कर स्थिति की समीक्षा की। मैंने उन्हें केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।” मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शहीद थानाध्यक्ष की मौत पर दुःख जताते हुए उनको 20 लाख रूपए की सहायता का एलान किया है।