कहते हैं की दुनिया में कई प्रकार के ऐसे आश्चर्य हैं जिनके बारे में सामान्य व्यक्ति को कुछ समझ नहीं आता है, आज हम आपको एक ऐसी ही घटना की जानकारी देने जा रहें हैं जिसमें मौत का बुलावा सपने में आता है और 7 दिन बाद ही सब कुछ खत्म हो जाता है। घटना है 17 मई राजस्थान की, इस दिन यहां के डॉक्टर कुणाल अरोड़ा की एक ट्रक एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई, उस समय वे अपने क्लिनिक से घर की और जा रहें थे, यहां पर हम आपको यह भी बता दें कि डॉक्टर कुणाल अरोड़ा की शादी 2 महीने पहले ही डॉ. रूचि से हुई थी। इस घटना की वजह से अभी-अभी बनी यह नई जोड़ी जरूर टूट गई गई थी परन्तु असल कहानी अभी समाप्त नहीं हुई थी।
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कुणाल की मृत्यु के बाद में उसके घर में बहुत ज्यादा भीड़ लग गई, सारे घर में मातम छाया हुआ था और कुणाल की वाइफ डॉ. रूचि उस समय सबसे ज्यादा दुखी थी, उनके परिवार वाले और दोस्त उनको ढांढस बंधा रहें थे और उनको फिर से चिकित्सकीय पेशे में जुड़ने की सलाह दे रहें थे परन्तु कुणाल की मृत्यु के सात दिन बाद कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी को कोई उम्मीद नहीं थी।
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कुणाल की मृत्यु के 7वें दिन डॉ. रूचि ने घर की 5 वी मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी। यह खबर और भी ज्यादा चौकाने वाली थी, डॉ. कुणाल की मृत्यु से अभी परिवार सही से भी नहीं उभर था कि वहीं अब यह दूसरा हादसा हो गया था। रूचि को जल्द ही हॉस्पिटल ले जाया गया पर रूचि ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया था। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब पुलिस को रूचि के हाथ से लिखा हुआ एक सुसाइड नोट मिला, सुसाइड नोट में रूचि ने लिखा था ‘कल मेरे पति मेरे सपने आए और वो मुझे बुला रहे थे। मैं उनके पास जा रही हूं… मेरे घरवाले बहुत अच्छे हैं… मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है…’। सपने में इस प्रकार से आए मौत के बुलावे ने एक और व्यक्ति के जीवन को खत्म कर डाला।