हमारे देश में कई ऐसे स्थान हैं जहां की परम्पराओं को देख कर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे है। आज हम आपको देश के एक ऐसे ही स्थान के बारे में जानकारी दे रहें हैं। देखा जाए तो दुनियाभर में ऐसी कई घटनाएं होती ही रहती है जिनको देख कर कोई भी हैरान हो सकता है। इनमें कुछ ऐसी घटनाएं भी शामिल हैं जिनके बारे में जानकर आप उनको सिर्फ पागलपन ही कहेंगे। कई बार ऐसी प्रथाएं देखने को मिलती हैं जिनमें शामिल होने वाले लोगों को न तो आनंद आता है और न ही उनसे कोई फायदा होता है, हां कई बार इस सब में जान जरूर चली जाती है।
मध्य प्रदेश में होता है यह खेल –
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आज हम आपको ऐसी ही एक प्रथा के बारे में बता रहें हैं जिसमें न आनंद है और न ही कोई फायदा, पर जान का खतरा जरूर है। असल में यह एक खेल है जिसने अब लम्बे समय बाद प्रथा का रूप ले लिया है। इस खेल में प्रतिभागी नशे की हालत में 50 फिट ऊंचे खंबे पर चढ़ते हैं और उस पर बंधी पोटली को उतारते हैं। इस खेल के चलते कई लोग विकलांग हो चुके हैं तो कई लोग मृत्यु का ग्रास भी बन चुके हैं। इस खेल को बंद करने के लिए न तो प्रशासन की ओर से कोई पहल की गई है और न ही गांव की पंचायत की ओर से। यदि दो चार लोग कुछ बोलते भी हैं तो उनको प्रथा का हवाला देकर चुप करा दिया जाता हैं।
जान की बाजी महज सवा रुपये के लिए –
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आपको जानकर हैरानी होगी कि इस खेल में लोग अपनी जान की बाजी महज सवा रूपए के लिए ही लगाते हैं। असल में 50 फिट ऊंचे खंबे पर एक पोटली बंधी होती है। इस पोटली में सवा रुपया तथा एक नारियल बंधा होता है। इस पोटली को सबसे पहले उतारने वाला ही विजयी माना जाता है। विजयी व्यक्ति को 11 या 21 रूपए का ईमान दिया जाता है पर यदि किसी की जान चली जाती है या कोई विकलांग हो जाता है तो उसकी जिम्मेदारी खेल का आयोजन करने वाले लोगों की नहीं होती है। इस प्रकार यह खेल अब एक जानलेवा प्रथा का रूप ले चुका है और प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।