सुनामी की लहरों के उठने की बात भी की जाए, तो इसको सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है। कई लोग इसके डर से भाग खड़े होते है पर यदि किसी समुंद्र की लहरों की बात न करते हुए बीयर की सुनामी की बात की जाए तो आप क्या कहेंगे? आप सोच रहें होंगे कि यदि ऐसा सच में हो जाए तो आप बिना डरे ही इस सुनामी की ओर खीचें चले जाएंगे। हम आपको आज बीयर की सुनामी के बारे में ही बता रहें हैं। एक शहर में भयानक रूप से आई बीयर की सुनामी ने उस शहर को पूरी तरह से तबाह करके रख दिया। उस जगह के आस-पास का इलाका पूरी तरह से तहस-नहस हो गया।
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लंदन की सड़कों पर जब लोगों की चहल-पहल काफी थी, लोग अपने-अपने कामों में व्यस्त थे, तभी अचानक 15 फीट ऊंची लहरे उठते देख लोग भौंचक्के से रह गए। अचानक से आई इस सुनामी पर जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक इसने पूरे शहर को अपने आगोश में ले लिया था। सभी लोग ये जानने का प्रयास करने लगे आखिर पूरी सड़कों पर किस तरह से आई बियर की ये सुनामी।
सभी को हतप्रभ कर देनें वाली ये घटना ब्रिटेन की है, जहां पर 17 अक्तूबर 1814 में इस सुनामी ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया था। बताया जाता है कि सुनामी की ये लहरें के उठने का सबसे कारण एक बीयर फैक्ट्री में हुआ भयानक हादसा था। जहां से अचानक 14,70,000 लीटर बीयर बह रही थी। ये हुआ यूं कि लंदन के सेंट जायल्स में द हॉर्स शू ब्रूअरी नामक बीयर बनाने वाली फैक्ट्री में 22 फीट ऊंचा एक लकड़ी का बीयर टैंक बनाया गया था। जो एक लोहे की जंजीर से टिका हुआ था, अचानक इस जंजीर के टूटने से करीब 3500 बैरल गर्म बीयर फैक्ट्री की दीवारों को तोड़कर विकराल रूप लेकर बाहर निकलने लगी। इसके बहने से दूसरे टैंकों में भी जबरदस्त धमाका हुआ और इस धमाके के साथ वहां पर बने सारे टैंक एक-एक करके फटने लगें। जिसके फटते ही गर्म बीयर से 15 फीट ऊंची लहरे उठने लगी, जो लंदन की सड़कों तक आ गई। यह हादसा इतना विकराल था कि इसकी चपेट में आकर एक बच्ची समेत आठ लोगों की मृत्यु हो गई थी। इससे आस-पास के कई घर पूरी तरह से तबाह हो गए। इस हादसे के बाद इसके प्रभावों से उभरने में कई महिनों लग गए।