7 अप्रैल का इतिहास अपने आप में काफी महत्व रखता है। आज के ही दिन विश्व को संगीत की दुनिया का एक बहुत ही अनमोल सितारा मिला। हम बात कर रहे हैं मशहूर सितारवादक रवि शंकर चौधरी की। इनका जन्म सन् 1920 में बनारस में हुआ था। रवि शंकर चौधरी को भारतीय शास्त्रीय संगीत का सबसे बड़ा उद्घोषक माना जाता है। अगर आप कभी सितार के बारे में बात करें तो हर किसी की जुबान पर रवि शंकर का नाम जरूर आता है। पंडित रवि शंकर को देख कर लगता है कि वो सितार के लिए और सितार उनके लिए ही बना हुआ है।
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पंडित रवि शंकर की अंगुलियां जब भी सितार पर पड़ती हैं तो उनके संगीत से सारा वातावरण झंकृत हो उठती है। रवि शंकर ने जब अपना पहला कार्यक्रम किया था तब वह केवल 10 साल के ही थे। इसके बाद तो उन्होंने अपने संगीत से लाखों लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी। इतना ही नहीं इसके बाद सन् 1954 में उन्होंने विदेश में जाकर भी कार्यक्रम करने आरम्भ कर दिए, लेकिन सितार पर अपना जादू बिखेरने वाले पंडित रवि शंकर ने 92 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
7 अप्रैल की कुछ अन्य प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं:
1509- फ्रांस ने वेनिस के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1920- मशहूर सितारवादक पं. रवि शंकर चौधरी का जन्म बनारस में हुआ।
1921- क्रांतिकारी नेता सन यात सेन चीनी गणतंत्र के प्रथम राष्ट्रपति बने।
1946- सीरिया को फ्रांस से आजादी मिली।
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1948- संयुक्त राष्ट्र ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का गठन किया।
1988- अमेरिका ने नेवादा परीक्षण केंद्र में परमाणु परीक्षण किया।
2003- अमेरिकी सेना ने इराक की राजधानी बगदाद को अपने नियंत्रण में लिया।
2012- सियाचिन में भूस्खलन से 130 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत।