देखा जाए तो “भारत छोड़ो आंदोलन” को वर्तमान में 75 वां साल चल रहा है, यह आंदोलन उस समय अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ और उनको देश से बाहर निकालने के लिए था। आज के समय में भारत की आजादी के 70 वर्ष पूरे हो गए हैं और इस समय पर अनेक कार्यक्रम हर बार की तरह होंगे ही पर इस बार कुछ नया भी होगा। जिससे देश के लोगों का नजरिया और उनकी मानसिकता में कुछ सकारात्मक राष्ट्रीय प्रभाव आना भी संभव हैं। जिस प्रकार आज से 75 साल पहले “भारत छोड़ो आंदोलन” की नींव रखी गई थी और अनेक जन यात्राएं भी इस आंदोलन का हिस्सा बनी थी, वर्तमान में उसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की “तिरंगा यात्रा” देश के इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ सकती है। आइये जानते हैं इसके बारे में।
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इस वर्ष भी अन्य सालों की तरह अनेक प्रोग्राम आजादी की वर्षगांठ पर संपन्न होंगे पर इस बार “70 साल आजादी-जरा याद करो कुर्बानी” नामक एक और प्रोग्राम करने का फैसला किया गया है, इस प्रोग्राम का निर्णय भाजपा की संसदीय दल की कार्यकारणी बैठक में किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने इस प्रोग्राम के बारे में बताते हुए कहा कि “इन कार्यक्रमों का मकसद देशवासियों के मन में ‘राष्ट्र पहले और स्वयं बाद में’ की भावना को जगाना होगा तथा देश को गुलामी की जंजीरों से बाहर निकालने वाले सेनानियों के योगदान को याद करना।”
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इस प्रोग्राम के अलावा बीजेपी के सभी मंत्री, प्रधानमंत्री सहित “तिरंगा यात्रा” में भी भाग लेंगे, जो की 15 अगस्त से 22 अगस्त तक देश भर में होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी प्रान्तों के विधायको और सामान्य जनता से भी इस यात्रा में भाग लेने के लिए अपील की है। वेंकैया नायडू ने “तिरंगा यात्रा” के बारे में बताते हुए कहा है कि “9 अगस्त से 23 अगस्त के बीच में भाजपा के नेता तिरंगा यात्रा देश भर के जिलों में निकालेंगे, इसकी थीम ‘जरा याद करो कुर्बानी’ होगी। यह कार्यक्रम भारत सरकार का है, जिसे भाजपा फॉलो करेगी। उन्होंने बताया कि मोदी एमपी में चंद्रशेखर आजाद के जन्म स्थान से कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। 75 केंद्रीय मंत्री 12 अगस्त से क्रांतिकारियों के स्मारक पर जाएंगे और उनके बलिदान को याद करेंगे। सभी महिला मंत्री देश की सीमा पर सुरक्षा प्रहरी को राखी बांधेंगी। पूरे देश में यह कार्यक्रम होगा, क्रांतिकारियों के जन्म स्थान, बलिदान स्थान और स्मारक को इसमें केंद्रित किया गया है। प्रत्येक मंत्री का कार्यक्रम लगभग तय हो गया है। अमित शाह 13 अगस्त को काकोरी जाएंगे।”