आपने वैसे तो कई पत्र पढ़ें ही होंगे, पर आज हम आपको बता रहें हैं उस पत्र के बारे में जो आज से 300 वर्ष पहले शैतान द्वारा लिखा गया था। जी हां, आज हम आपको एक ऐसे खत के बारे में बता रहें हैं जो आज से 300 वर्ष पूर्व एक शैतान द्वारा लिखा गया था। इस खत की भाषा कुछ इस प्रकार की थी कि उसको डिकोड (ट्रांसलेट) करना किसी के बस की बात नहीं थी। अब 300 वर्ष बाद जब तकनीक बढ़ी तब जाकर यह पत्र ट्रांसलेट हो पाया है। हम आपको सबसे पहले यह बता दें कि यह खत एक नन ने लिखा था, पर उसको पता ही नहीं चल पाया कि यह उसने कब और कैसे लिखा था। आइए अब आपको विस्तार से बताते हैं इस पत्र के बारे में।
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सिस्टर Maria Crocifissa Della Concezione 17वीं शताब्दी की एक नन थी। माना जाता है कि उन पर किसी शैतानी शक्ति का साया था। उन्होंने अपने समय में किसी कोड लेंग्वेज में एक पत्र लिखा था। अब तक वह पत्र किसी से डिकोड नहीं हुआ था, लेकिन अब तकनीक बढ़ने के बाद उस पत्र को डिकोड किया जा चुका है।
इस पत्र में सिस्टर Maria Crocifissa Della Concezione ने लिखा है कि वह जो कुछ भी इस पत्र में लिख रहीं हैं वह उनसे शैतानी शक्ति लिखा रही है। 1676 को यह पत्र लिखा गया था। आपको हम बता दें कि सिस्टर Maria Crocifissa Della Concezione जब 15 वर्ष की थी तब वे Sicily के एक कॉन्वेंट में रहती थी और वहीं से यह पत्र मिला है। सिस्टर Maria को यह पत्र सुबह के समय मिला था, पर उनको यह याद ही नहीं कि उन्होंने कब इस पत्र को लिखा था और उसमें क्या लिखा था।
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आपको हम बता दें कि इस पत्र को Catania के Ludum Science Centre के वैज्ञानिकों ने डिकोड किया है। इस पत्र को डिकोड करने के लिए वैज्ञानिकों ने उन सॉफ्टवेयर का उपयोग किया है जिनको इंटेलिजेंस सर्विसेस द्वारा कोड्स जानने के लिए उपयोग करते हैं। यह पत्र पूरी तरह से अभी डिकोड नहीं हो पाया है, पर यह जितना भी समझा जा चुका है उसमें नकारात्मक बातें ही लिखी हुई हैं। सेंटर के निदेशक Daniele Abate का कहना है कि शायद नन की कई भाषाओं पर अच्छी पकड़ थी, इसलिए उसने इस खत को कोड में लिखा और हो सकता है कि नन को Schizophrenia जैसी कोई बीमारी हो, जिससे वह शैतान की कल्पना अपने मन में करने लगी हो। इस प्रकार से देखा जाएं तो यह खत आखिर किसने लिखा है, इस बात का अभी भी सही से पता नहीं लग पाया है।