शादियां तो हमेशा भगवान को ही साक्षी मानकर की जाती है, पर हालही में हुई एक शादी में महात्मा गांधी को भगवान मानकर संपन्न की गई, जिसके गवाह कई लोग बने, जी हां, हालही में यह घटना बिहार प्रदेश के आरा में घटित हुई और इस घटना की रोचकता के कारण इसकी बात लोग दूर तक कर रहें हैं। इस शादी को हिन्दू धर्म के अनुसार एक पंडित ने ही संपन्न कराया था और इस दौरान महिलाओं ने भी मंगलगीत गाकर, इस उत्सव में रंग भर दिए, आइए जानते हैं इस घटना के बारे में।
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महात्मा गांधी को भारत के लोग राष्ट्रपिता मानते हैं, पर हालही में बिहार में संपन्न हुई एक शादी में महात्मा गांधी को महात्मा से भगवान बना दिया तथा गांधी जी को ही भगवान मान वर-वधु ने फेरे लेकर शादी की। लोगों के लिए यह काफी रोचक खबर थी इसलिए इस विवाह के बारे में दूर क्षेत्रों के लोग भी बातें कर रहें हैं। इस शादी में वर-वधु का नाम गुड़िया और सन्नी हैं जो की आरा के ही नागरी प्रचारिणी महादलित टोला में तथा सदर अस्पताल में सफाईकर्मी का कार्य करते हैं। इस शादी की वधु गुड़िया की शादी असल में 10 साल पहले ही हो गई थी, पर शादी के 2 साल बाद में ही उसका पति मर गया था, उस समय गुड़िया के एक लड़का भी था जो वर्तमान में 8 साल का है। पति के मरने के करीब सालभर बाद में गुड़िया की मुलाकात सन्नी से हुई और कुछ समय बाद में उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया, पर इन दोनों ने अपनी शादी किसी मंदिर में न जाकर अस्पताल के ही प्रांगण में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने संपन्न की, इस बारे में इन लोगों का कहना था कि उनको अपने जीवन का मकसद इस अस्पताल में ही मिला इसलिए ही उन दोनों ने अपनी शादी इस अस्पताल में ही की। इस शादी के गवाह अस्पताल के डाक्टर और अन्य कर्मचारी भी बने।