आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी जाको राखे साइयां मार सके न कोय। कुछ ऐसा ही वाकया ब्राजील में हुआ, जहां पर एक नवजात शिशु को गर्भनाल समेत दलदल से जिंदा बाहर निकाला गया है।आपने कई ऐसी खबरे सुनी होंगी, जब जन्म देने वाली मां ही कातिल बन जाती है, लेकिन कहते है कि भगवन की मर्ज़ी के बिना पत्ता तक नहीं हिलता। इस नवजात बच्चे की किस्मत देखिए 24 घंटे मौत से लड़ने के बाद भी वह आखिरकार यह जंग जीत गया।
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दरअसल ब्राजील की निवासी लूसिंडा गर्भवर्ती थी, जिसने किसी कारण बच्चे को जंगल में जन्म दिया और फिर उसी जंगल के पास एक पानी और कीचड़ के दलदल में उस नवजात बच्चे को फेंककर चली गई। पड़ोसियों को इस महिला पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को इसकी खबर दी। बच्चे को ढूंढने के लिए पुलिस उसी जगंल पहुंच गई और बच्चे को ढूंढने लग गई।
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24 घंटे के इस ऑपरेशन के बाद एक बच्चे का सिर दलदल में धसा हुआ पाया गया। बच्चे को उठाया तो ना तो वह हिल रहा था और ना ही किसी तरह की आवाज कर रहा था। उसके बाद उसके पीठ हाथों से थपथपाई तो ऐसे में बच्चे ने रोना शुरू कर दिया।
