शरीर का बढ़ता मोटापा वैसे तो हर किसी के स्वास्थ पर काफी खराब असर डालता है पर ये मोटापा जब शरीर के लिए ज्यादा तकलीफदेह हो जाए तो उस व्यक्ति को अपने आस-पास सिर्फ मौत ही नजर आती है। ऐसा ही एक नजारा देखने को मिल रहा है मिस्त्र की इस महिला के साथ, जो आज के समय में दुनिया की सबसे मोटी महिला के रूप में जानी जाती है। इनका मोटापा इतना तकलीफदेह हो चुका है कि इन्होनें करीब 25 सालों से बाहर जाकर उगता सूरज नहीं देखा है। ये महिला गुमनामी के जिंदगी जीते हुए, 25 सालों से सिर्फ एक ही पलंग पर लेटकर जिंदगी बिताने को मजबूर हो चुकी है।
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दुनिया की सबसे मोटी महिला के रूप में जानी जानें वाली 36 वर्षीय इमान अहमद अब्दुलाती अलेक्जेंड्रिया में स्थित अपने घर के अंदर रहकर करीब 25 सालों से तकलीफ से भरी जिंदगी जी रही है। अपने भारी वजन के कारण ये ना तो उठ पाती है और ना ही कोई भी काम अपने हाथों से कर पाती हैं। ये सिर्फ बिस्तर पर लेट करही अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रही है।
बताया जाता है कि इमान अहमद अब्दुलाती का वजन एलीफैटिसिस नामक बीमारी के कारण बढ़ा है। जब इनका जन्म हुअ था तभी इन्हें ये बीमारी हो चुकी थी, तब ही इनका वजन 5 किलो था जो कि अब बढ़ते-बढ़ते 500 किलो मतलब आधा टन के करीब हो चुका है। इनके हाथ पैर में इतनी सूजन है कि इसके कारण ये अपनी काम स्वयं नहीं कर पाती हैं। इनकी पूरी देखरेख इनकी मां और बहन के द्वारा ही होती है। इनके नहाने से लेकर खाना पीना तक इनकी मां करती है।
बताया जाता है कि 11 वर्ष की उम्र में इनका वजन इतना बढ़ गया था कि ये चलने के बजाए घुटनों के बल ही रेंगती थी। इसी उम्र के समय में इन्हें खतनाक सेरेब्रल अटैक आया, जिसमें इनकी हालत इतनी खराब हो गई कि इनकी पूरी जिंदगी एक कमरे में कैद हो कर रह गई। परिवार के लोगों ने इनके इलाज के लिए राष्ट्रपति अब्देल फत्तेह एल-सिसी से मदद मांगी है। जिससे ये ठीक होकर बाहर की दुनिया को देख सके।