आज के समय में जहां एक इंसान दूसरे इंसान की मदद करने से कतराने लगा है वहीं क्या आप सोच सकते हैं कि एक मेंढक को इलाज के लिए कोई 800 किमी दूर ले जाएगा। आपको बता दें कि यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है और ऐसा हुआ है ऑस्ट्रेलिया में। यहां एक महिला की दरियादिली के बारे में सुन कर दुनिया भर के लोग अचंभित रह गये। इस महिला ने एक घायल मेंढक को देखा तो उसने उसे घायल अवस्था में छोड़ने के बजाय एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाते हुए सही मायने में मानवता की मिसाल पेश की। महिला ने दर्द से तड़प रहे मेंढक को उठाया और उसे अच्छे इलाज के लिए एयरलिफ्ट कराते हुए करीब 800 किमी दूर भेजा।
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ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली मिन टिम्स नाम की ये महिला बीते दिनों अपने घर के बाहर वॉक कर रही थी। इसी दौरान अचानक उसका पैर वहां एक गहरे हरे रंग के मेंढक पर पड़ गया। यह मेंढक भी घास पर ही था जिस कारण महिला उसे देख नहीं पाई। महिला के पैर से दबने के कारण बुरी तरह घायल हुआ मेंढक दर्द से तड़पने लगा। मेंढक का यह हाल मिन से देखा नहीं गया। मिन और उनके कुछ रिश्तेदारों ने मेंढक के इलाज के लिए पशु अस्पताल के बारे में पता लगाया तो जानकारी मिली कि ऐसा अस्पताल करीब 800 किलो मीटर दूर केयर्न्स में है।
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मिन और उनके परिवारवालों ने फौरन एक एयरलाइन्स से संपर्क कर सारी जानकारी दी। जिस पर एयरलाइन्स वाले मेंढक को केयर्न्स स्थित अस्पताल पहुंचाने को राजी हो गये और एयरपोर्ट से अस्पताल के कर्मचारी घायल मेंढक को अस्पताल ले गये। वहां के डॉक्टरों ने फौरन मेंढक का इलाज शुरू कर दिया। मेंढक की जान तो बच गई, लेकिन सिर पर ज्यादा चोट लगने के कारण उसकी एक आंख को बचाया नहीं जा सका। बहरहाल मेंढक को एक फिश टैंक में रख कर उसकी देखभाल की जा रही है।