आज के समय में लगभग हर व्यक्ति के पास मोबाइल फ़ोन है। यह आज के समय की एक बड़ी जरूरत भी है। बाजार की ओर देखें तो आज मोबाइल फ़ोन्स की बहुत सी कंपनियां हैं, जिनमें कुछ हमारे देश की हैं तो कुछ विदेशी। सभी लोग अपनी-अपनी सोच और पसंद के मुताबिक मोबाइल खरीद तो लेते हैं पर देखा गया है कि अधिकतर मोबाइल में हैंग होने की समस्या शुरू हो जाती है।
जानकारी के लिए बता दें कि हैंग होने की सबसे बड़ी वजह इंटरनल मेमोरी होती है। जब भी फोन की इंटरनल मेमोरी या रैम कम हो जाती है तो फोन के हैंग होने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर आप इस परेशानी से बचना चाहते हैं तो हमारे ये खास टिप्स अपनाएं-
1.क्लाउड स्टोरेज-
ऐसी फाइल और फोल्डर जिनका यूज कम होता है उन्हें क्लाउड पर स्टोर कर सकते हैं। इससे फोन की इंटरनल मेमोरी खाली होगी। क्लाउड स्टोरेज का यूज करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है।
क्लाउड स्टोरेज किसी वर्चुअल ड्राइव की तरह होता है जहां पर यूजर्स अपना अकाउंट बनाकर डाटा सेव कर सकते हैं। गूगल ड्राइव, वन ड्राइव और ड्रॉप बॉक्स क्लाउड स्टोरेज एप्लिकेशन हैं। यहां से कभी भी सेव डाटा का बैकअप भी लिया जा सकता है।
2. कैश मेमोरी को करें डिलीट-
कैश मेमोरी को फोन की CPU मेमोरी भी कहते हैं। फोन में ब्राउजर, एप्लिकेशन और गेम जैसे फीचर का यूज करने से कुछ अनचाहा डाटा भी कैश मेमोरी में स्टोर हो जाता है। यह डाटा जितना अधिक होता है फोन उतना ही अधिक स्लो और फिर हैंग होने लगता है। कैश मेमोरी को डिलीट कर फोन हैंगिंग से बचा जा सकता है। कैश मेमोरी के ऑप्शन के लिए सेटिंग के स्टोरेज में जाना होगा।
3. फैक्ट्री डाटा रिसेट-
हर फोन में फैक्ट्री डाटा रिसेट का ऑप्शन होता है। फैक्ट्री डाटा रिसेट करने से फोन हैंगिंग काफी हद तक कम हो जाती है। हालांकि इसके पहले फोन के डाटा का बैकअप लेना जरूरी है। ऐसा नहीं करने से फोन का डाटा लॉस्ट हो सकता है।
4. एप्लिकेशन को मेमोरी कार्ड में सेव करें-
फोन के हैंग होने का एक बड़ा कारण इंटरनल मेमोरी में स्पेस कम होना है। फोन में जो भी एप्लिकेशन या गेम इंस्टॉल करें ध्यान रहे कि वह मेमोरी कार्ड में सेव हों। यदि ऐसा न हो तो इंटरनल मेमोरी से एप्लिकेशन और गेम को डाटा कार्ड में मूव कर दें। फोन की सेटिंग के एप्लिकेशन मैनेजर में यह ऑप्शन होता है।
5. स्टोरेज के लिए मेमोरी कार्ड का यूज करें-
फोटोग्राफ, वीडियो और ऑडियो फाइल को मेमोरी कार्ड में ही स्टोर करें। एप्लिकेशंस की तरह यदि फोटोज और वीडियोज आदि इंटरनल मेमोरी में हों तो उन्हें मेमोरी कार्ड में मूव कर दें। फोन जितने GB कार्ड को सपोर्ट करता है उसमें कुछ स्पेस जरूर रखना चाहिए।