दुनिया का सबसे मशहूर प्रॉडक्ड जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर को कौन नही जानता। हर घर की महिलायें अपने नवजात बच्चे की त्वचा को सुरक्षित रखने के लिये इसके सभी प्रॉडक्ड का उपयोग पूरे विश्वास के साथ करती आ रही है पर क्या आप जानते है कि ये प्रॉडक्ट आपके इसी विश्वास को तोड़ रहा है।
100 साल से अधिक पुराने जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व पाए गए है जो आपके वच्चों के लिये कैसर का खतरा पैदा कर सकते है। आइए जानते हैं इस प्रॉडक्ट में ऐसा क्या है जो हमारे शरीर के लिये कई तरह के खतरे पैदा कर सकते है।
सौंदर्य प्रसाधन का प्रमुख हिस्सा –
हमारे देश में ज्यादातर महिलाये इस प्रॉडक्ट का उपयोग अपने सौदर्यप्रसाधन में ज्यादातर करती आ रही है। मुलायम, सफ़ेद और सुगन्धित सा दिखने वाला यह टेलकम पाउडर ज्यादातर पसीने की नमी को शरीर से बाहर निकालने के लिये, बेबी के डायपर से होने वाले निशानों और रगड़ को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजे़शनके द्वारा लिये गए सैंपल की जांच से पाया गया है कि इस पाउडर में एस्बेस्टस (कैंसर उत्पन्न करने वाला तत्व) मिले हुये है। इसके अलावाजॉनसन & जॉनसन बेबी पाउडर में डिओक्सीनामक तत्व भी पाया गया है जो हमारी त्वचा में जलन, सर सर्द के साथ लीवर के ख़राब होने का खतरा पैदा करने में मदद करता है।
जॉनसन बेबी पाउडर का लगातार उपयोग करते रहने से ओवेरियन कैंसर (अंडाशय कैंसर) के खतरा बढ सकता है क्योकि इसका इस्तेमाल बच्चों के अलावा महिलाएं अपने निजी अंगों की सफाई के लिए करती है तो इसके कण गर्भ के माध्यम से फैलोपियन ट्यूबों और अंडाशय में चले जाते है। जिससे अंडाशय में कैसर के बढ़ने की सभावनाएं बढ़ जाती है।
जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर में मिले रासायनिक तत्वों की वजह से गर्भाश में कैंसर होने का खुलासा उस समय सामने आया जब अमरीका की सेंट लुइस सर्किट अदालत ने जॉनसन कंपनी को 22 पीड़ित महिलाओं को 4.69 अरब डॉलर (भारतीय मुद्रा करीब 321 अरब रुपए) मुआवजा देने के आदेश दिया था। सभी पीड़ित महिलाओं का मानना था कि उन्हें जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर में मौजूद अस्बस्ट्स की वजह से गर्भाशय में कैंसर हुआ था। अमरीकी कोर्ट नें भी इस बात को माना है कि पाउडर की वजह से हुई बीमारी के लिए बसूली गई रकम आजतक के सभी दिए गए निर्णयों में से एक थी।
एक न्यूज एजेंसी नें इस कंपनी के बारें में साफ खुलासा करते हुए बताया है कि पाउडर में एस्बेस्टस नामक तत्व जिससे कैंसर के बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है। इसके बारे का जानकारी कंपनी के सभी बड़े आलाआधिकारियोंसे लेकर माइन मैनेजर, वैज्ञानिक, डॉक्टर और यहां तक कि वकील तक को थी। लेकिन इन सभी लोगों नें इस बात को छुपाये रखा।
‘देशभर में लिये जाएंगे सैंपल’ –
सीडीएससीओ के मुताबिक, इस प्रॉडक्ट की गंभीरता को देखते हुये अब देशभर में हर जगहों पर जॉनसन एंड जॉनसन के प्लांट और डिस्ट्रीब्यूटर से इस पाउडर के सैंपल इक्ट्ठा कर उनकी जांच की जाएगी। इस कार्य को पूर्ण करने के लिये 100 ड्रग इंस्पेक्टर की टीम भी गठित की गई है।