एक्टर रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘तमाशा’ देखने आए एक परिवार को यह फिल्म उस समय भारी पड़ गई जब फिल्म के शुरू होने से पहले राष्ट्रगान होने लगा। राष्ट्रगान शुरू होने पर फिल्म देखने पहुंचे सभी लोग खड़े हो गए जबकि यह फैमिली अपनी सीट पर बैठी रही। इसका वहां मौजूद दर्शकों ने काफी विरोध किया।
Image Source: http://www.makingindia.co/
आरोप है कि भीड़ ने उक्त परिवार के लोगों से बदसलूकी की। उन्हें थिएटर से बाहर निकाल दिया। मुंबई के कुर्ला स्थित PVR सिनेमा में हुई इस घटना ने सबको अपने देश का मान रखने की सीख देते हुए बताया कि राष्ट्र गान का सम्मान पूरे देश का सम्मान है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट होने के बाद काफी वायरल हो रहा है।
प्रिटी जिंटा ने भी किया था एक शख्स को बाहर:
इसके पहले भी इस तरह की घटना 7 अक्टूबर 2014 को मुंबई के एक मल्टीप्लेक्स में घटी थी। फिल्म ‘इश्क इन पेरिस’ देखने पहुंची एक्ट्रेस प्रिटी जिंटा ने राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं होने पर एक शख्स को थिएटर से बाहर करवा दिया था। इसके लिए एक्ट्रेस को ट्विटर पर काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
इसके बाद 21 अक्टूबर 2015 एक साउथ अफ्रीकन महिला और उसका दोस्त फिल्म देखने के लिए मुंबई के PVR सिनेमा पहुंचे थे। इस दौरान जब राष्ट्रगान हुआ तो विदेशी महिला अपनी सीट पर बैठी रही गई। फिर क्या था वहां की जनता उखड़ पड़ी। वहां मौजूद भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया और दोनों को थिएटर से बाहर निकाल दिया था।
क्या है महाराष्ट्र में नियम ?
– महाराष्ट्र में बने नियमों के अनुसार किसी भी फिल्म के शुरू होने से पहले सभी सिनेमाघरों में राष्ट्रगान होना जरूरी है।
– इसका सम्मान करते हुए दर्शक राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े भी होते हैं।
– 2003 से मूवी थिएटर्स में राष्ट्रगान का नियम एनसीपी सरकार ने लागू किया था। तब छगन भुजबल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे।
– सरकार के इस नियम का कई पार्टियों ने विरोध भी किया था।