सांपों से जुड़े 10 भ्रम और अंधविश्वास

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सांपों से जुड़े बहुत से भ्रम और अन्धविश्वास पुरातन काल से हमारे समाज में फैले हुए हैं। आज की आधुनिकतम जीवनशैली में भी बहुत से लोग सांपों से जुड़े अन्धविश्वास को मानते हैं, यानि हमारा समाज आज भी कहीं न कहीं अनेक प्रकार के भ्रमों में जकड़ा हुआ है। देखा जाए तो हमारी फिल्मों, हमारे साहित्य और हमारे अन्धविश्वास ने सांपों के प्रति गलत धारणा व भ्रमों को पैदा कर सांपों को काफ़ी रोमांचक तरीके से प्रस्तुत किया है। क्या वाकई सांप इतने रोमांचक और चमत्कारी होते हैं ? क्या वाकई सांप दिव्य शक्तियों से संपन्न होते हैं ? आज हम इस लेख में सांपों से जुड़ी हुई मान्याताओं और अन्धविश्वास को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखेंगे।

1. सांप दूध पीते हैं-
सांपों से जुड़ी सबसे बड़ी मान्यता यह है कि सांप दूध पीते हैं। यहां तक कि नाग पंचमी पर आप बहुत से लोगों को सांपों को दूध पिलाते देख सकते हैं। क्या यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सही है, इसका जवाब है नहीं। जीव विज्ञान के अनुसार सांप पूरी तरह से मांसाहारी जीव है। ये मेंढक, चूहा, पक्षियों के अंडे व अन्य छोटे-छोटे जीवों को खाकर अपना पेट भरते हैं। दूध इनका प्राकृतिक आहार नहीं है। सपेरों को जब भी सांप को दूध पिलाना होता है तो वो उन्हें भूखा प्यासा रखते हैं। भूखे प्यासे सांप के सामने जब दूध लाया जाता है तो वो इसे पी लेता है, लेकिन यह कभी- कभी सांप की मौत का कारण भी बन जाता है। कई बार दूध सांप के फेफड़ों में घुस जाता है, जिससे उसे निमोनिया हो जाता है।

Snakes Drink MilkImage Source: https://i.ytimg.com

2. सांप लेते हैं अपने साथी की मौत का बदला –
हमारे समाज की बहुत से फिल्मों और साहित्य ने ऐसी मान्यता बना दी है कि यदि कोई मनुष्य किसी सांप को मार दे तो मरे हुए सांप की आंखों में मारने वाली की तस्वीर उतर आती है। जिसे पहचान कर सांप का साथी उसका पीछा करता है और उसको काटकर वह अपने साथी की हत्या का बदला लेता है।असल में ऐसा कुछ है ही नहीं। यह सांपों से जुड़ा एक ऐसा अंधविश्वास है जिसका हमारे यहां कहानियों और फिल्मों में जमकर इस्तेमाल हुआ है। यदि हम बात वैज्ञानिक दृष्टिकोण की करें तो इसमें तनिक मात्र भी सच्चाई नहीं है। सांप अल्पबुद्धि वाले जीव होते हैं। इनका मस्तिष्क इतना विकसित नहीं होता कि ये किसी घटनाक्रम को याद रख सकें और बदला लें। जीव विज्ञान के अनुसार जब कोई सांप मरता है तो वह अपने गुदा द्वार से एक खास तरह की गंध छोड़ता है जो उस प्रजाति के अन्य सांपों को आकर्षित करती है। इस गंध को सूंघकर अन्य सांप मरे हुए सांप के पास आते हैं, जिन्हें देखकर ये समझ लिया जाता है कि अन्य सांप अपने मरे हुए सांप की हत्या का बदला लेने आए हैं।

SNAKE ATTACKImage Source: http://i.huffpost.com/

3. सांप बीन की आवाज पर नाचते हैं –
खेल-तमाशा दिखाने वाले कुछ लोग सांप को अपनी बीन की धुन पर नचाने का दावा करते हैं जबकि ये पूरी तरह से अंधविश्वास है क्योंकि सांप के तो कान ही नहीं होते। दरअसल ये मामला सांपों की देखने और सुनने की शक्तियों और क्षमताओं से जुड़ा है। सांप हवा में मौजूद ध्वनि तरंगों पर प्रतिक्रिया नहीं दर्शाते पर धरती की सतह से निकले कंपनों को वे अपने निचले जबड़े में मौजूद एक खास हड्डी के जरिए ग्रहण कर लेते हैं। सांपों की नजर ऐसी है कि वह केवल हिलती-डुलती वस्तुओं को देखने में अधिक सक्षम हैं। सपेरे की बीन को इधर-उधर लहराता देखकर नाग उस पर नजर रखता है और उसके अनुसार ही अपने शरीर को लहराता है और लोग समझते हैं कि सांप बीन की धुन पर नाच रहा है।

snake danceImage Source: https://i.ytimg.com

4. सांप मणि रखते हैं –
सांपों से जुड़ी एक अन्य मान्यता यह है कि कई सांप मणिधारी होते हैं यानी इनके सिर के ऊपर एक चमकदार, मूल्यवान और चमत्कारी मणि होती है। ये मणि यदि किसी इंसान को मिल जाए तो उसकी किस्मत चमक जाती है। जीव विज्ञान के अनुसार यह मान्यता भी पूरी तरह से अंधविश्वास है, क्योंकि दुनिया में अभी तक 3000 से भी ज्यादा प्रजातियों के करोड़ों सांप पकड़े जा चुके हैं, लेकिन किसी के पास भी इस प्रकार की कोइ मणि नहीं मिली है। तमिलनाडु के इरुला जनजाति के लोग जो सांप को पकड़ने में माहिर होते हैं वे भी मणिधारी सांप होने से इंकार करते हैं।

snake maniImage Source: https://cinemachaat.files.wordpress.com

5. कुछ सांपों के दो मुंह होते हैं –
कभी-कभी जेनेटिक चेंज की वजह से ऐसे सांप पैदा हो जाते हैं जिनके एक सिर की जगह दो सिर होते हैं। ऐसा इन्सान सहित इस धरती के किसी भी प्राणी के साथ हो सकता है, लेकिन ऐसा कोई भी सांप नहीं होता है जिसके दोनों सिरो पर मुंह होते हैं। होता यह है कि कुछ सांपों की पूंछ नुकीली न होकर मोटी और ठूंठ जैसी दिखाई देती है। चालाक सपेरे ऐसे सांपों की पूंछ पर चमकीले पत्थर लगा देते हैं जो आंखों की तरह दिखाई देते हैं। देखने वाले को यह लगता है कि इस सांप के दोनों सिरों पर दो मुंह हैं।

two Headed albino snakeImage Source: http://cdn.fiboni.com/

6. सांपों की मूंछ होती हैं –
असल में सांप की किसी भी प्रजाति में मूंछ नहीं होती है। सांप सरीसृप (रेप्टाइल) वर्ग के जीव हैं। इनके शरीर पर अपने जीवन की किसी भी अवस्था में बाल नहीं उगते। होता यह है कि सांप को कोई खास स्वरूप देने पर अच्छी कमाई हो सकती है। इसी लालच में सपेरे घोड़े की पूंछ के बाल को बड़ी ही सफाई से सांप के ऊपरी जबड़े में पिरोकर सिल देते हैं। हां सांपों की एक प्रजाति “हॉर्नड वाईपर” के सींग होती है।

snake faceImage Source: http://www.sciencemag.org/

7 सांप उड़ते हैं –
वैसे तो सांपों की किसी भी प्रजाति में उड़ने का गुण नहीं होता है, लेकिन भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया के वर्षा वनों (रेन फारेस्ट) में एक सांप पाया जाता है जिसका नाम ही फ्लाइंग स्नेक है। इनमें भी इनके नाम के अनुरूप उड़ने का गुण नहीं होता। इनमें अन्य सांपों से अलग एक विषेश क्वालिटी पाई जाती है। ये फ्लाइंग स्नैक अपना अधिकांश समय वर्षा वनों के ऊंचे-ऊंचे पेड़ों पर बिताते हैं। इन सांपों को जब एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर जाना होता है तो यह अपने शरीर को सिकोड़कर छलांग लगा देते हैं। जब ये सांप उछलकर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर जाते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे ये उड़ रहे हों। हालांकि इस तरह से यह 100 मीटर तक की दूरी तय कर लेते हैं।

FLYING SNAKEImage Source: http://i.huffpost.com/

8. सांप इच्छाधारी होते हैं-
एक और बहुप्रचलित मान्यता जिसका हमारे साहित्य और फिल्मों में जमकर प्रयोग हुआ है, वो यह है कि कुछ सांप इच्छाधारी होते हैं। यानी वे अपनी इच्छा के अनुसार अपना रूप बदल लेते हैं। कभी-कभी ये मनुष्यों का रूप भी धारण कर लेते हैं। यह भी एक मान्यता है जो कि पूरी तरह से गलत है। जीव विज्ञान के अनुसार इच्छाधारी सांप सिर्फ मनुष्यों का अंधविश्वास और कोरी कल्पना है, इससे ज्यादा और कुछ नहीं।

king cobraImage Source: http://www.gogetatip.com/

9. सांपों की आंखों में सम्मोहन शक्ति होती है-
कुछ लोग मानते हैं कि सांप की आंखों में किसी को भी सम्मोहित करने की शक्ति होती है। यानी सांप जिसकी भी आंखों में देख लेता है वह मनुष्य या अन्य कोई प्राणी उस सांप के आदेश का पालन करता है। यह
भी अंधविश्वास और कोरी कल्पना के अलावा कुछ नहीं है।

Snake EyesImage Source: http://buzzerg.com/

10. सभी सांप अंडे देते हैं –
ऐसा नहीं है कि सभी सांप अंडे ही देते हैं। असल में धरती पर पाए जाने वाले 70% सांप अंडे देते हैं और बाकी 30% प्रजातियां सीधे बच्चे ही पैदा करते है। अतः यह एक भ्रम ही है कि सभी सांप अंडे ही देते हैं।

snake eggsImage Source; http://www.hdwallpaperscool.com/

 

shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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