विवादित बयान देने के कारण एक बार फिर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती सुर्ख़ियों में छा गए हैं, लेकिन इस बार उन्होंने हनीमून कपल्स और पिकनिक पर जाने वालों को अपना निशाना बनाया है। हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार 2013 में उत्तराखंड में आई भयंकर बाढ़ के लिए शंकराचार्य ने पिकनिक पर जाने वालों और हनीमून कपल्स को जिम्मेवार ठहराया है। इस भयंकर प्रलय में करीब पांच हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
रोकनी होगी पवित्र स्थानों पर ऐसी अपवित्र गतिविधियां
शंकराचार्य ने चेतावनी देते हुए यह कहा है कि हिन्दुओं के पवित्र स्थलों में पर्यावरण प्रदूषण की प्रवृति से एक और भयानक आपदा आ सकती है। लोग देश के विभिन्न स्थानों से हनीमून व पिकनिक के लिए पवित्र देवभूमि उत्तराखंड आते हैं। केदारनाथ आपदा आने के पीछे यही बातें जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की अपवित्र गतिविधियों को रोका नहीं गया तो आगे और भी ऐसे हादसे होंगे।
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शंकराचार्य पहले भी दे चुके हैं ऐसे विवादास्पद बयान
शंकराचार्य ने महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर में स्त्रियों के प्रवेश को लेकर भी सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि महिलाएं जब तक शनि की पूजा करना नहीं छोड़ेंगी तब तक उनके साथ हो रहे अत्याचार नहीं रुकेंगे। महिलाओं के मंदिर में जाने से उनके साथ होने वाले अपराध बढ़ेंगे, उनके साथ रेप जैसी घटनाएं ज्यादा होंगी। उनके मुताबिक शनि भगवान नहीं बल्कि एक गृह है। गृह की शांति की जाती है पूजा नहीं।
इसके अलावा उन्होंने शिर्डी के साईं बाबा के लिए भी बयान दिया था कि वह एक मुस्लिम फ़कीर हैं, उनकी पूजा हिन्दू देवी देवताओं के साथ नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में फैले सूखे के लिए भी साईं बाबा की पूजा को जिम्मेदार ठहराया था।