धरती का स्वर्ग कहलाने वाला राज्य जम्मू-कश्मीर एक बहुत बड़ी आपदा का शिकार हो सकता है। इसमें लाखों की जान जा सकती है। हिमालय पर्वतों की हुई भौगोलिक मैपिंग में यह बताया जा रहा है कि इन जगहों पर आठ या इससे भी ज्यादा तीव्रता का भूकंप आ सकता है। जिससे चारों ओर हो सकती है भयकंर तबाही…
वैज्ञानिकों के द्वारा हुये रिसर्च से पता चला है कि रियासी फॉल्ट ने धरती पर अपना दबाब बनाना शुरू कर दिया है। यह दबाव जिस समय हटेगा उस दौरान इसके हटने से भूकंप भीषण रूप लेकर सकता है। जिसकी तीव्रता आठ या इससे ऊपर भी हो सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार खोजकर्ताओं ने अपनी इस रिसर्च के द्वारा यह पता लगाने की कोशिश की है कि यह फॉल्ट पिछले 10,000 साल में अपनी जगह से कितना हटा है। इसके हटने से धरती पर कितना नाकारात्मक असर देखने को मिला है। जिसमें यह पाया गया कि धरती के हिस्से के हटने से कश्मीर में यह ज्यादा खरतनाक हो सकता है।
फॉल्ट पर भूकंप की गतिविधि
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह फॉल्ट लंबे समय से अपनी जगह से हटा नहीं है, जिसका मतलब यह है कि एक विनाशकारी भूकंप के आने की संभावना प्रबल है। इस बात को निश्चित रूप से भी नहीं कहा गया है कि यह फॉल्ट कब और कैसे आ रहा है । लेकिन इस पर कुछ भूकंपीय हलचल होने के सबूत भी मिल रहे है। शोधकर्ताओं की सूचना के तहत यह भी बताया जा रहा है कि करीब 4000 साल पहले आये एक भूकंप ने धरती के कुछ हिस्सों को पांच मीटर से अधिक तक ऊपर उठा दिया था। जो अब इसके हटने से खतरें के निशान से अवगत करा रहा है।