प्रकृति हमारे लिए जीने का बड़ा साधन होती है यदि उसका दोहन कर दिया जाए तो यह विकराल रूप धारण कर लेती है, जिसके बाद आने वाले विनाश से कोई नहीं बच सकता। आज जिस तरह से अपने आपको शक्तिशाली बनाने के लिए सभी देश कई तकनीकों की सहायता का उपयोग कर प्रकृति का दोहन कर रहा है, इसके गंभीर परिणाम आने वाले समय में लोगों को देखने पड़ सकते है। दुनिया भर में समय-समय पर आते भूकंप, बाढ़ का प्रकोप, सूखा ये सभी इसके ही एक उदाहरण है। इन्हीं हालातों को देखकर वैज्ञानिकों ने भी चेतावनी दे दी है कि आने वाला समय अब धरती के लिए सबसे खतरनाक साबित होने वाला है, इस परिस्थिति में कोई भी बच नहीं पाएगा। साइंटिस्ट्स के द्वारा की जाने वाली भविष्यवाणी के मुताबिक जल्द ही दुनिया में प्रलय आने वाली है।
2045 तक तबाह हो जाएगी पूरी दुनिया…
अमेरिका के द्वारा किए गए जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार आने वाले समय में कैलिफोर्निया एक भयंकर भूंकप की चपेट में आएगा। जिसकी तीव्रता 8.0 मैग्निट्यूड के करीब हो सकती है। इस भयंकर प्रलय को साइंटिस्ट्स ने ‘बिग O’ नाम दिया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले इन तीस सालों के अंदर ही इस भयंकर भूकंप की चपेट से पूरा शहर तबाह हो जाएगा।
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जानें किन तरीकों से दुनिया में आने वाली है प्रलय
भूकंप के झटकों से खत्म होने की कगार पर पहुंचेगा चिली
अप्रैल 2014 में आया जोरदार भूकंप से पूरा चिली दहल उठा था चारों ओर उथलपुथल सी मच गई थी। इन्हीं झटकों देखते हुए साइंटिस्ट्स का दावा है कि आने वाले समय में फिर से एक बार इस जगह पर इससे भी तेज झटकों से भूकंप आएगा। जिससे चिली में होने वाली तबाही का नजारा और भी ज्यादा भयानक होगा। चारों ओर तबाही का मंजर देखने को मिलेगा।
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डूबने की कगार पर खड़ा है US का ईस्ट कोस्ट शहर
यहां के सांइटिस्टों ने किए गए शोधों से साफ चेतावनी दे दी है कि आने वाले समय में जल्द ही ये शहर पानी के अंदर समा जाएगा। जिससे इन शहरों का नामों-निशा भी खत्म हो जाएगा। इसकी शुरूआत 1987 से ही हो चुकी है। शोधों के अनुसार पता चला है कि पानी का स्तर हर साल 0.3 मिमी की गति से बढ़ रहा है और इस बढ़ते स्तर को देखते हुए आकंलन किया जा रहा है कि 2050 तक में पानी का बढ़ता लेवल पूरे शहर को अपने आगोश में लेकर पानी में समाहित कर देगा।
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अगले साल जापान को सहने पड़ेंगे तबाही के दोहरे झटके
जापान जहां पर हर समय कुछ ना कुछ आपदाएं बनी ही रहती है। यदि हम इसे सुनामी और भूकंप वाले देश की संज्ञा दे दें तो कोई गलत नहीं हैं। क्योंकि इस देश को हर दूसरे या तीसरे साल में एक ना एक बार प्राकृतिक आपदा का सामना करना ही पड़ता है। इसके अलावा इस देश का माउंट सकुराजिमा जापान की सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है, जो कभी भी फट सकता है। भूकंप, सुनामी के साथ ही सक्रिय ज्वालामुखी की आपदाओं में फंसा जापान में जब भी तबाही का मंजर होगा तो वह बेहद ही भयानक और डरा देने वाला साबित होगा। ये देश कभी भी इन तबाहियों में फंस सकता है।