मौत तो सभी को आनी ही हैं, पर अब आप मौत को भी धोखा दे सकते हैं और ये सब हुआ हैं विज्ञान की प्रगति से। देखा जाए तो मौत इस जीवन का सबसे बड़ा सत्य हैं। प्राचीन इसिहास की बात करें तो आपको पौराणिक ग्रंथों में मृत्यु को मात देने के कितने ही उदाहरण मिल जायेंगे। बहुत से लोगों ने मौत को मात देने के लिए कठिन तप किये थे इस बात के प्रमाण ग्रंथों में भरे हुए हैं।
यदि आप आज भी किसी से पूछे की क्या वह अमर होना चाहता हैं तो वह तुरंत “हां” कह देगा। 30 वर्ष के बाद अपने शरीर में होने वाले परिवर्तन को रोकने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते, यह तो आप देख ही रहें होंगे। मगर जो आया हैं वह जायेगा भी, इस बात को कोई असत्य नहीं कह सकता हैं।
वैज्ञानिको ने किया सफल प्रयोग –
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मौत को मात देने के लिए वैज्ञानिक भी निरंतर प्रयोग कर रहें हैं। ऐसा ही एक प्रयोग हाल ही में हुआ हैं। आपको बता दें कि यह प्रयोग “ब्रिटन ऑब्रे द ग्रे” नामक एक वैज्ञानिक ने किया हैं। यह वैज्ञानिक कैलिफोर्निया से हैं और इसका दावा हैं कि भविष्य में मौत को मात दी जा सकती हैं। ब्रिटन ऑब्रे ने अपना पहला प्रयोग चूहों पर किया और वह पूरी तरह से सफल हुआ। अब ब्रिटन ऑब्रे इस प्रयोग को मानव शरीर पर करना चाहते हैं।
वैज्ञानिको का मानना है कि इंसान के खून में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो उनको लंबे समय तक जीवित तथा जवान बनाये रखने में सहायक हैं। वैज्ञानिको ने अपने इस प्रयोग में पाया कि यदि किसी बूढ़े व्यक्ति के शरीर का प्लाज्मा निकाल कर उसके स्थान पर किसी जवान व्यक्ति का प्लाज्मा चढ़ा दिया जाए तो बूढ़े व्यक्ति की उम्र के ढालाव में परिवर्तन देखा जा सकता हैं। इससे बूढ़े व्यक्ति की उम्र का ढलना कम हो जाता हैं। इस प्रकार व्यक्ति अपनी मौत को भी मात दे सकता हैं।
चूहों पर हुआ सफल परिक्षण –
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स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिको ने अपने इस प्रयोग में बूढ़े चूहों को जवान चूहों का ब्लड चढ़ाया। इससे यह देखने को मिला की बूढ़े चूहों की विकृतिया सही होने लगी तथा उनकी उम्र ढलने में भी कमी देखी गई। इसके बाद कैलिफोर्निया की एक बायोटेक कंपनी ने भी अपना इसी प्रकार का प्रयोग किया और सफलता पाई। इस प्रकार से इन 2 प्रयोगों से वैज्ञानिको ने यह पाया कि यदि किसी बूढ़े व्यक्ति के शरीर में किसी युवा व्यक्ति के शरीर का प्लाज्मा चढ़ा दिया जाए तो व्यक्ति की बढ़ती उम्र को रोका जा सकता हैं। इस प्रकार से व्यक्ति अपनी मौत को मात दे सकता हैं। इस दिशा में अभी और प्रयोग चल रहें हैं।