ताजमहल को विश्व की सबसे सुंदर इमारतों में गिना जाता हैं पर ताजमहल को पीछे छोड़ तामिलनाडू के इस मंदिर ने यूनेस्को अवार्ड को अपने नाम कर लिया हैं। देखा जाए तो यह भारत के लोगों की वर्षों की मेहनत का ही नतीजा हैं कि आज इस मंदिर ने ताजमहल जैसी ईमारत को पीछे छोड़ दिया हैं। आपको बता दें कि इस मंदिर का नाम “रंगनाथस्वामी मंदिर” हैं।
यह मंदिर तमिलनाडू के तिरुचिरापल्ली में करीब 6,31000 वर्गमीटर में निर्मित हैं। इस मंदिर को वर्तमान में “यूनेस्को एशिया पेसिफिक अवार्ड ऑफ मेरिट 2017” से नवाजा गया हैं। आपको बता दें कि इस अवार्ड के लिए 10 से ज्यादा देशों से कई प्रोजेक्ट आये थे। इस अवार्ड को पाने की लाइन में ताजमहल भी था, पर वह इसमें सफल नहीं हो पाया।
इस मंदिर में करीब 25 करोड़ रूपए का रिनोवेशन कार्य किया गया हैं। कुछ लोगों का मानना हैं कि इसी की वजह से यह मंदिर इस अवार्ड को पाने में सफल हुआ हैं।
मंदिर के रखरखाव के लिए बनी थी बड़ी योजना –
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आज से पहले इस मंदिर की दशा मौसम की मार तथा रखरखाव की कमी के चलते खराब हो गई थी। इसके लिए मंदिर को फिर से सुधारने का कार्य शुरू हुआ और एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने मंदिर की मुरम्मत करवाने के लिए एक बड़ी योजना बनाई तथा उस पर काम शुरू किया। इस योजना के तहत मंदिर के बाहरी तालाबों तथा अंदर के परिसर को सही किया गया। इस काम में सबसे बड़ी बात थी कि मंदिर के वास्तविक रूप को वैसे ही बरकरार रखा जाए। इसके लिए कमेटी द्वारा कुशल कारीगरों का चुवान किया गया और नयी तकनीक तथा प्राचीन शैली को मिलाकर इस मंदिर को फिर से तैयार किया गया।
इस मंदिर की संपूर्ण मरम्मत का कार्य 2 चरणों में हुआ। मंदिर प्रबंधक कमेटी की खुशी का उस समय ठिकाना नहीं रहा जब उनको पता लगा की इस मंदिर को यूनेस्को ने अवार्ड के लिए चुना गया हैं।