देश में दूर दराज के क्षेत्रों की यात्रा करने का सबसे अच्छा विकल्प रेल ही है। इस कारण देश भर की नजरें रेल बजट पर टिकी रहती हैं। रेल बजट इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि रेल के मालवाहनों के किराए में बढ़ोत्तरी से अन्य चीजों की महंगाई सीधे तौर पर जुड़ी होती है। गुरुवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में वर्ष 2013-17 का रेल बजट पेश किया। इस बजट में सुरेश प्रभु ने न सिर्फ रेल की व्यवस्थाओं पर बल्कि अन्य सुविधाओं पर भी गौर करते हुए आम आदमी की जरूरतों के लिए भी कई वायदे किए हैं। इसमें कुछ नए वायदे किए गए हैं तो कुछ पुरानी बातों को ही दोहराया गया है।
लोकसभा में अपने भाषण के दौरान रेल मंत्री ने कहा कि यह चुनौतियों का समय है। हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस बार के रेल बजट में चार नई ट्रेनें चलाने का फैसला लिया गया है। पहली हमसफर ट्रेनें, दूसरी उदय एक्सप्रेस, तीसरी तेजस एक्सप्रेस और चौथी अंत्योदय ट्रेन है। इन ट्रेनों को समाज के सभी वर्गों के लिए पटरियों पर उतरा जाएगा।
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इस बजट की खास बातें यह हैं-
* साल में 1.21 लाख करोड़ योजनाओं में खर्च करने का लक्ष्य।
* चार नई ट्रेनें चलाई गई।
* नई ट्रेन तेजस एसी थर्ड होंगी और 130 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी।
* ट्रेनों की हर बोगियों में लगेगा जीपीएस सिस्टम।
* ट्रेनों की टक्कर को रोकने के लिए एक सिस्टम लगाया जाएगा।
* सामान उठाने वाले अब कुली नहीं बल्कि सहायक कहलाए जाएंगे।
* महिलाओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर 182 अब 24 घंटे चलेगा।
* शारीरिक रूप से अक्षम यात्री व्हीलचेयर को ऑनलाइन भी बुक करवा सकेंगे।
* 65000 अतिरिक्त बर्थों का इंतजाम किया जाएगा।
* 2020 तक हर यात्री को कंफर्म टिकट मिलेगा।
* 2020 तक लगभग सभी ट्रेनों को समय पर चलाने का लक्ष्य।