नागिन के काटने पर इस व्यक्ति ने ही नागिन को सिखा दिया सबक

-

घटना और यह मामला दोनों ही बड़े रोमांचक और दिलचस्प हैं, असल में यह घटना है भोपाल की। भोपाल में विदिशा के अंतर्गत आने वाले ग्यारसपुर गांव की यह घटना असल में बताती है की व्यक्ति यदि चाहे तो मौत को भी सबक सिखा सकता है आइये जानते हैं इस घटना के बारे में।

क्या है मामला –

dsc_0097_1463576135Image Source :http://i9.dainikbhaskar.com/

मामला है ग्यारसपुर गांव का, इस गांव में पीर खान नाम एक व्यक्ति रहते हैं, जिनकी उम्र 65 साल है। वे एक लम्बे समय से सांप पकड़ने का कार्य करते आ रहें हैं और अब तक उन्होंने ढाई हजार से भी ज्यादा सांप पकड़े हैं। पीर खान के पड़ोस में कन्छेदीलाल जैन नाम एक और व्यक्ति रहते है, बीते बुद्धवार की रात में जैन के घर में एक सांप अचानक कहीं से आकर घुस गया था, जिसके कारण उनके घर में काफी हड़कंप मच गया। इस घटना की सुचना जैसे ही पीर खान को मिली वे जैन के घर में सांप पकड़ने के लिए पहुंच गए। घर में प्रकाश की पूरी व्यवस्था उस समय नहीं थी और अधिकतर अंधेरा ही था पर पीर खान फिर भी सांप के पीछे लगे रहें, अंधेरा अधिक होने के कारण पीर खान के हाथ पर उस सांप ने काट लिया। जानकारी के लिए आपको बता दें की यह पहला मामला था जब पीर खान को किसी सांप ने काटा था। इसके बाद भी पीर खान ने अपनी मौत को चुनौती देते हुए उस सांप को पकड़ा और सांप को एक डब्बे में बंद कर दिया लेकिन कुछ समय बाद में पीर खान की तबियत बिगड़ने लगी तब उनके परिजनों ने उनको तुरंत ही अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस दौरान पीर खान ने सांप को डब्बे में बंद करके अपने साथ में रखा। गांव के अस्पताल ने उनका प्राथमिक उपचार कर उनको जिला अस्पताल में रेफर कर दिया था।

पीर खान ने इसलिए रखा था सांप को अपने पास –

dsc_0099_1463576135Image Source :http://i9.dainikbhaskar.com/

पीर खान अपने साथ में सांप को इसलिए लिए घूम रहें थे क्क्योंकि वे उस सांप के जहरीले होने या न होने और उस सांप की प्रजाति का पता करना चाहते थे क्योंकि सांप की प्रजाति पता लगने के बाद में डाक़्टर लोग सही तरीके से उपचार कर पाते हैं। यही कारण था की वे उस सांप को अपने साथ में लिए घूमते रहें। सांप की जांच में पता लगा की वह एक जहरीली नागिन थी। बाद में पीर खान को उचित उपचार भी दे दिया गया था।

shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments