अभी पीछे आई आमिर खान की फिल्म पीके तो आप सबने देखी ही होगी। जिसमे आपने टेपरिकॉर्डर को गले में बांधे पीके को देखा होगा पर क्या आपने अपने गले में गिटार लटकाये दिल्ली के पीके को देखा है। जी हाँ यदि आपको दिल्ली में पीके टाइप कोई आदमी गले में गिटार लटकाये मिल जाय तो हैरान मत होइएगा।
गिटार अंकल गुरु के नाम की पट्टी गले में डाले इस शख्स का नाम सुशील आहूजा है कथित तौर पर धार्मिक विद्द्वेश के विरोध में आजकल शर्त उत्तर कर प्रदर्शन कर रहे है। सुशील राह पर चल रहे लोगो को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने को कहते है। उनका कहना है की भगवान के चक्कर में न आये सिर्फ अपना वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करे। उनकी शिकायत है की नेता या सरकारे वोट बैंक के डर से भगवान या अन्धविश्वास के खिलाफ नही बोलते।
दूसरी और गिटार गुरु सुशील संविधान के अनुच्छेद 51 A का जिक्र भी करते है जिसमे वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की बात कही गई है। अन्धविश्वास के खिलाफ अभियान में गिटार की गिटार की अहमियत के बारे में सुशील आहूजा कहते है,”गिटार आज के युवाओं की पहचान और युवा वर्ग को आकर्षित करने का अच्छा साधन है।
अपनी बात कहने से पहले सुशील “नो गॉड,नो भगवान” का गाना गिटार पर बजा कर सुनते है। विकसित करने की बात कही गई है। अन्धविश्वास के खिलाफ अभियान में गिटार की गिटार की अहमियत के बारे में सुशील आहूजा कहते है,”गिटार आज के युवाओं की पहचान और युवा वर्ग को आकर्षित करने का अच्छा साधन है।
अपनी बात कहने से पहले सुशील “नो गॉड,नो भगवान” का गाना गिटार पर बजा कर सुनते है।