व्यक्ति यदि समझदारी और विवेक का उपयोग कर आपसी सहयोग से कोई कार्य करे तो किसी को भी कोई परेशानी नहीं होगी, यही बात आज हमें देश का एक ऐसा स्थान समझ रहा है, जहां पर नोटबंदी के बाद में लोग आपसी सहयोग का उपयोग करके सिर्फ आधारकार्ड दिखा कर रोजमर्रा की जरुरत का सामान बिना किसी पैसे के ले जा रहें हैं। भारत में कई स्थान ऐसे हैं जहां पर आज पैसे उपलब्ध न होने के कारण लोगों ने एक अलग ही रास्ता अपनाया है और वह रास्ता है आधार कार्ड का यानी कई स्थानों पर पैसे नहीं बल्कि आधार कार्ड देखकर ही बाजार से सामान खरीदा या बेचा जा रहा है, आइये जानते है देश के ऐसे ही एक स्थान के बारे में हमारी इस पोस्ट में।
Image Source:
बिना पैसे के सिर्फ आधार कार्ड से ही खरीदार को सामान देने वाला भारत का यह स्थान है “हैदराबाद के कूकटपल्ली रायतू बाजार”, बीते शुक्रवार को लोगों ने यहां से करीब 15000 रूपए की सब्जियां खरीदी पर उसके लिए किसी ने कोई पैसे नहीं दिए बल्कि सिर्फ अपने आधार कार्ड को ही दूकान वाले को दिखाया। असल में तेलंगाना स्टेट मार्केटिंग डिपार्टमेंट ने अपनी ओर से यहां के लोगों के लिए एक पहल शुरू की है। जिसके बाद में यहां इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट फाइनैंशल कॉरपोरेशन ने अपने काउंटर लगाए थे तथा लोगों को करेंसी की जगह सिर्फ टोकन दिए गए। इन टोकंस को लोगों में 5, 10, 15 और 20 रूपए की दर से दिया गया था, जिन लोगों ने इन टोकंस से सब्जी खरीदी उनके बैंक से पैसे काट लिए गए तथा जिन लोगों के टोकन बच गए उनको बचे हुए टोकन के बराबर कैश दे दिया गया। इस योजना से एक ओर जहां सब्जी बेचने वालों को फ़ायदा हुआ तो दूसरी और किसानों को भी इस तरकीब से बहुत लाभ हुआ।
Image Source:
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री टी. हरीश राव ने इस बारे में कहा कि “इस सुविधा का इस्तेमाल शुक्रवार को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक 95 लोगों ने किया। यदि सबकुछ ठीक रहा तो आगे भी यह व्यवस्था जारी रहेगी। पहले चरण में इसे शहर के सभी किसानी बाजारों में लागू करेंगे और दूसरे चरण में इसे अन्य जगहों पर भी लागू किया जाएगा।”