यहां पर शूर्पणखा से मिलने के लिए लोग लगाते हैं लाइन

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भारत और श्रीलंका के लोग त्रेता युग में जन्में राम और रावण की कहानी को बखूबी जानते हैं। इस कहानी के पात्रों में एक मुख्य पात्र थी शूर्पणखा, कहा जाए तो शूर्पणखा की वजह से ही राम और रावण का यु़द्ध हुआ था। क्या आपको मालूम है कि हजारों वर्ष हो जाने के बाद भी आज शूर्पणखा जिंदा है। शूर्पणखा से मिलने के लिए बड़ी बड़ी हस्तियों को लाइन लगानी पड़ती है। आज भी शूर्पणखा के पास अपार शक्तियां है। वह सभी के सामने बारिश को करवा देती है तो कभी बारिश को रोक देती है। साथ ही शूर्पणखा के हाथ लगाते ही व्यक्ति की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

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आज भी श्रीलंका में ही रहती है शूर्पणखा
त्रेता युग की लंका आज श्रीलंका बन चुकी है और शूर्पणखा यहीं पर रहती है। श्रीलंका की राजधानी कोलंबों के पास के कस्बे कोट्टे में रहती है। इस महिला का वर्तमान में नाम गंगा सुदर्शनी है। गंगा सुदर्शनी खुद को शूर्पणखा का अवतार कहती है। जब गंगा सुदर्शनी का जन्म हुआ था तब इसकी नाक और कान में कट का निशान था। जैसे की किसी ने इसके नाक और कान काटें हों। लेकिन आज के समय में यह शूर्पणखा किसी वीवीआईपी से कम नहीं है। इससे मिलने के लिए श्रीलंका की बड़ी बड़ी हस्तियां लाइन लगाती हैं।

आज भी शूर्पणखा है कई रहस्मयी शक्तियों की मालकिन
बताया जाता है कि इस महिला के पास आज भी कई शक्तियां हैं। इन शक्तियों के बल पर ही शूर्पणखा लोगों को नए चमत्कार दिखाती हैं। यह एक रावण औषधी बनाती है। कहा जाता है कि इस औषधि को लेने से कई प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं। जिस कारण से पूरे श्रीलंका में इस औषधि की मांग बहुत है। अपने एक इंटव्यू में गंगा ने खुद ही स्वीकार किया है कि वह रावण की बहन है और इनके पास कई रहस्मयी शक्तियां है। उनको सभी शक्तियों के प्रदर्शन की इजाजत नहीं है। लोगों का मानना है कि वह अपनी शक्तियों की मदद से कभी भी बारिश को करवा सकती है, साथ ही कभी भी बारिश को बंद भी कर सकती हैं।

vikas Arya
vikas Aryahttp://wahgazab.com
समाचार पत्र पंजाब केसरी में पत्रकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। कई वर्षो से पत्रकारिता जगत में सामाजिक कुरीतियों और देश दुनिया के मुख्य विषयों पर लेखों के द्वारा लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा हूं। अब मेरा प्रयास है कि मैं ऑनलाइन मीडिया पर भी अपने लेखों से लोगों में नई सोच और नई चेतना का संचार कर सकूं।

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