अंधविश्वास लोगों के दिलों दिमाग पर किस तरह का असर डालता है उससे जुड़ी आज हम आपको एक जीती जागती कहानी बताने जा रहे हैं। एक ऐसी कहानी जिसमें एक मां-बाप ने अपने दो साल के बच्चे को सड़कों पर मरने के लिए सिर्फ इसलिए छोड़ दिया था क्योंकि वह कुपोषण का शिकार था और लोग उसे ‘शैतान’ का रूप बता रहे थे। इस खबर को आपने थोड़े दिन पहले भी पढ़ा होगा। पूरी दुनिया में ‘होप’ की तस्वीरें काफी ज्यादा वायरल हो रही थी। जिसमें डेनमार्क की एंजा रिंग्रीन नाम की एक महिला एड वर्कर उस बच्चे को पीने का पानी पिलाते हुए दिख रही थी।
आपको बता दें कि यह बच्चा इस महिला को काफी बुरी हालत में 31 जनवरी 2016 को मिला था। कुपोषण के कारण इस बच्चे के शरीर में कीड़े तक पड़ चुके थे। साथ ही लोग शैतान समझकर इस पर पत्थर मारते थे। 7-8 महीने तक यह बच्चा भूखा भटकता रहा।
Image Source :http://i9.dainikbhaskar.com/
यह पूरा मामला नाइजीरिया का है। जहां एक माता पिता ने शैतान बताकर अपने दो साल के मासूम को भूखा मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था, लेकिन एंजा रिंग्रीन नाम की यह महिला उस बच्चे के लिए एक देवदूत के रूप में सामने आई। पहले तो एंजा रिंग्रीन इस बच्चे को अपने एनजीओ “एंजा” में लेकर आई। जहां पर लाकर उसने इस बच्चे को ‘होप’ नाम दिया था। बता दें कि एंजा के मुताबिक कई साल पहले उसने अपने हाथ की फिंगर पर ‘होप’ का टैटू गुदवाया था। जिसका पूरा मतलब था ‘हेल्प वन परसन एवरीडे’। जिसके बाद उसने इस बच्चे को भी ‘होप’ नाम दिया। यह बच्चा अब मौत के मुंह से निकल आया है। उस वक्त एंजा को ऐसा लग रहा था कि जैसे इस बच्चे को बचाना मुश्किल है। फिर भी एंजा ने हार नहीं मानी। अपने एनजीओ में लाने के बाद उसने बच्चे को नहलाया, उसका इलाज करवाया और उसके खाने की भी सारी व्यवस्था की। जिसका नतीजा आज सबके सामने है कि होप एकदम स्वस्थ होकर खुलकर जिंदगी जी रहा है। उसकी एक तस्वीर को एंजा ने शेयर भी किया है।
Image Source :http://i9.dainikbhaskar.com/
इस तस्वीर के साथ एंजा ने ये भी लिखा है कि “जिस दिन मैंने इस प्यारे से बच्चे को पहली बार अपनी बांहों में लिया मुझे यह लगा था कि वह जिंदा नहीं रहेगा। हर सांस के साथ उसका संघर्ष था और मैं नहीं चाहती थी कि वह बिना अस्तित्व, नाम के इस दुनिया से चला जाए। इसलिए मैंने उसका नाम ‘होप’ रखा। मेरे लिए होप एक खास नाम है। अब होप की हालत काफी सुधर चुकी है। उसके कई ऑपरेशन्स हुए हैं। जिनके बाद वो एकदम ठीक है और साथ ही केयर सेंटर में दूसरे बच्चों के साथ अच्छे से रह रहा है। एंजा के इस फाउंडेशन में होप जैसे कई बच्चे हैं। एंजा एक अफ्रीकन चिल्ड्रन्स एंड एजुकेशन एंड डेवलमेंट फाउंडेशन की फाउंडर हैं। यह फाउंडेशन भुखमरी और किसी तरह की बीमारी का शिकार हुए बच्चों को बचाने का काम करता है।
बता दें कि होप को ‘हाइपोस्पेडियस’ नामक एक बीमारी थी। जिसका खुलासा मेडिकल जांच में सामने आया। इस बीमारी में जेनिटल डिफेक्ट हो जाता है। यह बीमारी जन्मजात होती है। जिसमें मूत्रमार्ग पेनिस के किसी और दूसरे भाग में डेवेलप होता है। दुनियाभर में काफी लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। जिनको अंधविश्वास में अंधे लोग शैतान का नाम देकर अत्याचार करते हैं।
Image Source :http://i9.dainikbhaskar.com/
वहीं अब आपको जानकर खुशी होगी कि ये मामला सामने आने के बाद दुनियाभर के लोगों ने होप को बचाने में उसकी मदद की है। होप के महंगे मेडिकल इलाज के लिए दुनियाभर से साढ़े 6 करोड़ रुपये डोनेट भी किए गए थे। जिसके चलते आज होप एकदम ठीक है, लेकिन अगले हफ्ते डॉक्टर्स इस बच्चे का ऑपरेशन करने वाले हैं। जिसमें उसकी इस बीमारी को सर्जरी के जरिए ठीक किया जाएगा।