पाकिस्तान दुनिया को धोखा देने के लिए एक के बाद एक झूठ का सहारा ले रहा है। लेकिन झूठ से एक न एक दिन पर्दा उठ ही जाता है। चाहे वो दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी ओसामा बिन लादेन के पाक संरक्षण की बात हो, या फिर मुंबई पर हमलों की बात हो। पकिस्तान हमेशा ही इस बात से इनकार करता रहा है कि पकिस्तान में ओसामा बिन लादेन नहीं है। अमेरिकी सील कमांडों ने अमेरिका के इस सफेद झूठ से पर्दा हटा दिया तो अपने बचाव में पाकिस्तान सफाई देने में लगा रहा। लेकिन पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने खुद स्वीकार किया है कि उन्हें लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने की भनक थी। इतना भर नहीं अगर चौधरी अहमद मुख्तार की मानें तो सरकार और सेना को भी 7 साल से अलकायदा सरगना के पाकिस्तान में छिपे होने की जानकारी थी। एक न्यूज चैनल से बातचीत में पाक के पूर्व मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी और सेनाध्यक्ष अशफाक परवेज कयानी इनके अलावा आईएसआई के आला अधिकारियों को भी लादेन के ठिकाने के बारे में पूरी जानकारी थी और अगर ओसामा किसी सुरक्षा एजेंसी की निगाह में पड़ता तो वो खुदकुशी कर लेता लेकिन किसी के हत्थे नहीं चढ़ता।