भारत सहित अन्य सभी देशों में किसी भी बच्चे का नाम कुछ इस प्रकार का रखा जाता है, जिससे किसी आदर्श व्यक्ति या अच्छे गुणों का परिचय मिले और शायद यही कारण है कि हालही में पैदा हुए करीना-सैफ के बच्चे के नाम को भारत के बहुत से लोग सही नहीं मान रहें हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं कि करीना के बच्चे के नाम का वह कौन शासक था जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर इतना शोर हो रहा है।
बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर ने मुम्बई के Breach Candy Hospital में 20-12-2016 को एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद में उनको बहुत लोगों की बधाईयां मिलने का सिलसिला शुरू हो गया था, पर उस समय सोशल मीडिया पर काफी फसाद शुरू हो गया जब इस बच्चे का रखा गया नाम लोगों के सामने आया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि सैफ और करीना ने अपने बच्चे का नाम “तैमूर अली खान पटौदी” रखा है और यही नाम सोशल मीडिया पर हंगामें की वजह बन गया। वर्तमान में भी काफी लोग इस नाम पर पोस्ट डाल कर अपने अपने विचार प्रकट रहें हैं, इसलिए आज हम आपके सामने यह रहस्य खोल रहें हैं कि आखिर सोशल मीडिया पर लोग क्यों “हैश टैग तैमूर” जैसे शब्द लगा कर पोस्ट कर रहें हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर तैमूर था कौन और उसने अपने जीवन में क्या और कैसे किया, आखिर तैमूर का भारत से क्या संबंध था, तो आइए जानते हैं इतिहास में पैदा हुए उस पहले तैमूर को जिसकी वजह से वर्तमान के दूसरे तैमूर को होना पड़ रहा है लोगों की नाराजगी का शिकार।
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आखिर कौन था तैमूर –
सबसे पहले आपको यह बता दें कि तैमूर को इतिहास में “तैमूर लंग” नाम से जाना जाता है, क्योंकि एक युध्द के दौरान उसका एक पैर कट गया था, जिसके बाद में तैमूर के नाम के साथ उसका सरनेम “लंग” यानि लंगड़ा जुड़ गया था। तैमूर का जन्म 1336 ई. में उज्बेकिस्तान के शाहरिसब्ज सिटी में हुआ था। उसका परिवार एक आम परिवार ही था, जो की मेहनत-मजदूरी कर अपना काम चलाता था। उस समय उज्बेकिस्तान में तानाशाही थी, जिसकी वजह से आम लोग बेहद ही परेशान थे, तैमूर ने इन सबसे अलग हट कर अपने साथ में लोगों को जोड़ा और अपना अलग संगठन बनाया और शुरुआत में छोटी-बड़ी लूटपाट करने लगा और इसके बाद जैसे-जैसे लोग उसके साथ जुड़ते गए, वह दुर्दांत और बड़ा लुटेरा बन गया।
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तैमूर का बचपन –
चूंकि तैमूर जिस परिवार में पैदा हुआ था, उस परिवार की आर्थिक हालत बहुत कमजोर थी, इसलिए तैमूर ने बचपन से ही छोटी-मोटी चोरियां करनी शुरू कर दी थी और उसके इसी हुनर ने परिपक्व होकर उसको भविष्य में एक बड़ा लुटेरा बनाया था। कहा जाता है कि तैमूर ने बचपन में ही अपना एक संगठन बना लिया था, जिसमें शामिल लड़के चोरी करने में उसकी सहायता करते थे और बड़ें होकर तैमूर ने इसी संगठन के साथियों के बल पर देशों में लूटपाट और अनगिनत हत्याएं की थी।
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दिल्ली और कश्मीर में तैमूर का आतंक –
किसी भी लुटेरे को दौलत से बहुत प्यार होता है और इसी कारण वह दौलत के नए-नए स्थान ढूंढता रहता है, तैमूर भी इसी आदत के कारण नए स्थानों की खोज में रहता था और इसीलिए उसकी नजर तत्कालीन भारत पर पड़ गई और वह यहां लूटपाट के इरादे से चला आया। तैमूर भारत में कश्मीर की ओर से आया और सबसे पहले उसने कश्मीर को नर्क बना कर अपनी बर्बरता का परिचय दिया। इसके बाद में वह दिल्ली आया हालांकि दिल्ली में मुगल राज था, पर मुगलो से लगातार लड़ाई करने के बाद में दिल्ली की सेना काफी कमजोर पड़ गई थी, जिसका फायदा तैमूर को मिला और दिल्ली पहुंचते ही तैमूर ने एक बड़ा नरसंहार किया। इतिहासकारों की मानें तो वह दिल्ली में मात्र 15 दिन रहा, पर इन पंद्रह दिनों में ही उसने दिल्ली को कत्लखाना में तब्दील कर दिया कर दिया था, इसके बाद वह समरकंद वापस चला गया था।
भारत सहित कई अन्य देशों में की लूटपाट और हत्याएं –
तैमूर ने भारत सहित कई अन्य देशों में बड़ी लूटपाट और हत्याएं की, भारत के बाद में तुर्की, बगदाद तथा सीरिया जैसे अन्य कई देशों में बड़ी लूट कर इससे उसने बड़ी दौलत जमा कर ली और अपनी बड़ी सेना बनाई। सबसे पहले तैमूर ने ईराक की राजधानी बगदाद पर हमला किया और यहां पर उसने हजारों लोगों का कत्ल किया। तैमूर लगातार लड़ाई करता जा रहा था, एक युद्ध में उसको अपने एक हाथ की अंगुलियां गंवानी पड़ी तथा एक अन्य युद्ध में उसको अपना पैर भी गंवाना पड़ा था, जिसके कारण ही उसके नाम के साथ “लंग” यानि लंगड़ा शब्द जुड़ गया था। तैमूर की मृत्यु 1405 में बीमारी के चलते ही हुई थी, कहा जाता है कि उस समय वह चीन पर आक्रमण करने जा रहा था, पर रास्ते में उसकी तबियत खराब होने की वजह से ही उसकी मृत्यु हो गई थी।
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तैमूर के सारे जीवन को आपके सामने प्रदर्शित करने का हमारा उद्देश्य यह है कि आप यह जान लें कि करीना-सैफ के बच्चे का नाम “तैमूर” रखने पर सोशल मीडिया में आखिर क्यों तूफान खड़ा किया हुआ है। भारत के लोग इस आलेख को पढ़कर अब स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यदि कोई व्यक्ति अपने बच्चे का नाम “तैमूर” या इसी के समकक्ष किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रखता है तो उसकी असल मानसिकता क्या होगी। अपने विचार हमें कमेंट में जरूर दें।